आजीविका मिशन के सहारे आत्मनिर्भर।
रंग ला रही है श्रीमती शीला पटेल की मेहनत
जबलपुर – कोरोना से लड़ने के साथ-साथ देश के सामने नई चुनौतियां भी खड़ी हुई है। जिनमें से एक चुनौती चीनी सामान से भरा बाजार त्म्म है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत की है। जिसका संदेश मिलता है। यही है कि हम सभी अपने देश को आत्मनिर्भर बनाया और उसके लिए जरूरी है कि हम स्वयं आत्मनिर्भर बने इसका एक ताजा उदाहरण सामने आया है पनागर ब्लॉक में। मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन जबलपुर के पनागर ब्लॉक में तिदनी गांव में शुभ आजीविका स्व सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती शीला पटेल द्वारा आजीविका मिशन द्वारा प्राप्त सामुदायिक निवेश निधि का उपयोग कर सीमेंट के गमले निर्माण की गतिविधि प्रारंभ की गई सामुदायिक निवेश नीति के अंतर्गत ₹40000 की राशि प्राप्त हुई जिसका उपयोग उन्होंने गमले निर्माण के लिए किया श्रीमती शीला पटेल का कहना है कि आजीविका मिशन में समूह के माध्यम से जुड़ने के पश्चात वह यह स्वयं का रोजगार स्थापित कर पाए हैं इस रोजगार से उन्हें आमदनी हो रही है जिससे उनके परिवार का खर्च चल जाता है उनके अलावा इस कार्य में उन्होंने अपने समूह की समस्त महिलाओं को भी शामिल कर रखा है जहां काम करने के लिए पहले 2 हाथ थे आज समूह की सारी महिलाओं के द्वारा कार्य किए जाने से उनका कार्यक्षेत्र और गतिविधि दोनों में वृद्धि हुई है जिसका लाभ इन समूह की महिलाओं को मिल रहा है गांव में विभिन्न डिजाइनों के आकर्षक सीमेंट के गमले निर्माण करना अभी तक की पनागर ब्लॉक में पहली गतिविधि है पनागर ब्लॉक में इस तरह के समूह के माध्यम से कई नवाचार किए जा रहे हैं वही सुंदरपुर ग्राम में भी गोबर के दीये निर्माण, बाती निर्माण, आदि का कार्य किया जा रहा है वहीं एक ग्राम रेपुरा में बर्मी कंपोस्ट का कार्य भी किया जाता है मध्य प्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की जबलपुर जिला प्रबंधक श्वेता महतो जी के मार्गदर्शन में इन सारी गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है तिदनी गांव में जहां पर यह गमले निर्माण की गतिविधि संपन्न की जा रही है वहां की नोडल श्रीमती रिशा पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि पनागर ब्लाक के अंतर्गत मिशन के माध्यम से भविष्य में और भी कार्य प्रारंभ कराए जाने की योजना है यहां की महिलाएं बहुत ही जागरूक है और नया कार्य सीखने के लिए हमेशा ही उत्साहित रहती हैं उसी का परिणाम है कि पनागर ब्लाक की महिलाओं द्वारा नित नए रोजगार के अवसर प्राप्त कर आत्मनिर्भरता की ओर कदम उठाए जा रहे हैं इस समूह ने गमले निर्माण की गतिविधि को प्रारंभ कर ब्लॉक में एक मिसाल कायम की है इसमें पनागर ब्लॉक के प्रबंधक श्री अरविंद शर्मा जी और समस्त टीम का भी महत्वपूर्ण योगदान है