विगत 151 वर्षों से छात्राओं के स्वावलंबन का मार्गदर्शक

हितकारिणी महिला महाविद्यालय की छात्राएं आत्मनिर्भरता की राह पर।
जबलपुर। स्किल इंडिया का नारा आपने अभी अभी सुना होगा लेकिन सदियों से अपनी छात्राओं को स्वावलंबन की राह में पथ प्रदर्शक बन, उनका प्रेरणा स्त्रोत आज विशाल वटवृक्ष बन गया है।
सन 1933 से संस्कारधानी में 151 वर्षों से मध्य प्रदेश की सबसे पुरानी शैक्षणिक संस्था हितकारिणी सभा द्वारा संचालित हितकारिणी महिला महाविद्यालय की छात्राएं आत्मनिर्भरता की राह पर निरंतर अपने कदम बढ़ाती जा रही हैं।
हितकारिणी महिला महाविद्यालय शासकीय अनुदान प्राप्त महाविद्यालय होने के कारण शासकीय महाविद्यालयों की तर्ज पर समस्त शासकीय योजनाओं का लाभ अपनी छात्राओं को प्रदान करता है। स्नातक और स्नातकोत्तर के पारंपरिक एवं व्यवसायिक पाठ्यक्रमों को संचालित करता है।
महाविद्यालय में पाठ्यक्रम की पढ़ाई के साथ-साथ छात्राओं को शैक्षणिक रूप से आत्मनिर्भर करने के उद्देश्य से विशाल पुस्तकालय और पूर्णतः वाईफाई कैंपस की स्थापना की गई है। इसके साथ-साथ यूजीसी और अन्य संस्थाओं के द्वारा डिजिटल ऑनलाइन सामग्री उपलब्ध कराई जाती है।
यहां खेलकूद के साथ-साथ एनसीसी और एनएसएस की सुविधा भी है। इसी का परिणाम है कि महाविद्यालय की छात्रा ने पिछले वर्ष दिल्ली में होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेकर महाविद्यालय और संस्कार धानी का नाम रोशन किया है। इसके साथ ही महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा विश्व विद्यालय की हॉकी टीम में भी सम्मानजनक स्थान बनाया है।
महाविद्यालय में स्वरोजगार केंद्र की स्थापना की गई। इस स्वरोजगार केंद्र में छात्राओं को विभिन्न रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिए जाते हैं।
विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों जैसे सैड मैप, मैप कॉस्ट, एमएसएमई, जबलपुर स्मार्ट सिटी, एमपी कान, इनरव्हील क्लब द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त कर छात्राओं ने विभिन्न सामग्रियों का निर्माण महाविद्यालय में किया है। जैसे गोबर के दिए, पंचगव्य के लिए हवन सामग्री, मोमबत्ती, अगरबत्ती, कागज के दोने, सजावट सामग्री, के साथ-साथ गारमेंट से संबंधित टेबल कवर, यूनिफॉर्म आदि है। ये प्रेरणास्पद उदाहरण है कि इस महामारी के दौर में भी महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा टोपी और मास्क का निर्माण कर चुनौती को अवसर में बदला है। महाविद्यालय की लगभग 50 छात्राएं टोपी और मास्क बनाने के कार्य में जुटी हुई है। अभी तक लगभग 30,000 से ज्यादा मास्क का निर्माण कर चुकी है। महाविद्यालय के शासी निकाय के अध्यक्ष एडवोकेट कमल कुमार जैन के मार्गदर्शन मैं महाविद्यालय में समस्त गतिविधियां संचालित होती हैं। हितकारिणीा के मंत्री बाबू विश्वमोहन जी जिनका सदैव ध्यान होता है कि छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ किस तरीके से आर्थिक दृष्टि से भी आत्मनिर्भर बनाया जा सके। उसी दिशा में कार्य करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ नीलेश पांडे के नेतृत्व में पूरी महाविद्यालय की टीम महाविद्यालय को ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए तत्पर है।