डिंडोरी दर्पणमध्य प्रदेश

ग्रामीण अंचलों में स्थित उप स्वास्थ्य केंद्रों के नहीं बदले हालात

डिंडोरी,जबलपुर दर्पण ब्यूरो। जिले के ग्रामीण अंचलों में स्थित अधिकांश उप स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति काफी दायिनी नजर आ रही है। बताया गया कि भवन जर्जर हो गए हैं, उप स्वास्थ्य केंद्रों में लोगों के इलाज के लिए पर्याप्त समुचित इलाज व्यवस्थाएं भी नहीं है। गौरतलब है कि जिले के अधिकांश स्वास्थ्य केंद्र भवनों में आए दिन ताले लटके हुए नजर आते हैं, इलाज ना मिल पाने के अभाव में स्थानीय ग्रामीणों का उप स्वास्थ्य केंद्रों से मोहभंग होता जा रहा है। जानकारी में बताया गया कि एक और शासन प्रशासन द्वारा लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने हर साल करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, ताकि लोगों को बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया कराई जा सके। वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार लोग ही शासन की महत्वकांक्षी योजनाओं पर पलीता लगाते हुए नजर आ रहे हैं, यही कारण है कि लोगों को स्वास्थ्य केंद्रों स्वस्थ सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा। आरोप है कि भवनों की मरम्मत, सुरक्षा व्यवस्था सहित समुचित इलाज की व्यवस्था कराए जाने विभागीय अमला कोई ठोस पहल नहीं कर रहा। आलम यह है कि जिलेभर के अधिकांश उप स्वास्थ्य केंद्र जर्जर नजर आ रहे हैं, भवनों की देखरेख व समुचित इलाज की व्यवस्था करने जिम्मेदार लोग वर्षों बाद भी कोई ठोस पहल नहीं कर रहे।

कंचनपुर उप स्वास्थ्य केंद्र भवन पूरी तरह जर्जर :- जिले के समनापुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत कंचनपुर में स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र भवन पूरी तरह से अब धीरे-धीरे जर्जर होने लगी है। बताया गया कि वर्षों बाद भी भवन की मरम्मत व रखरखाव करने जिम्मेदार लोग कोई ध्यान नहीं दे रहे, जिससे स्वस्थ केंद्र भवन जर्जर हो चुकी है। केंद्र में पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध न होने से लोगों को इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही, जबकि क्षेत्र में अधिकांश बैगा व आदिवासी परिवार ही निवासरत है। जिले भर में अधिकांश स्वास्थ्य केंद्रों से लोगों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ न मिल पाने के कारण मजबूरन स्थानीय लोग झोलाछाप डॉक्टरों से अपनी व अपने परिवार के इलाज करवाने को मजबूर है। इलाज के बाद झोलाछाप डॉक्टर मनमानी तौर पर मरीज़ के परीजनो से मोटी रकम की वसूली करते हैं। लोगों ने जल्द से जल्द उप स्वास्थ्य केंद्र की मरम्मत, भवनों की सुरक्षा सहित केंद्र में पुख्ता स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने की मांग की गई है, ताकि लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े।

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