जबलपुर दर्पण में खबर का बड़ा असर, भू-माफिया को जारी किए स्थगन आदेश

डिंडोरी,जबलपुर दर्पण ब्यूरो। जिले के शहपुरा जनपद पंचायत अंतर्गत जबलपुरा तिराहा के पास स्थित एक बहू उपयोगी शासकीय जमीन पर भू-माफिया राकेश गुप्ता के द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया था। मामले को लेकर निष्पक्षता के साथ दैनिक जबलपुर दर्पण अखबार लगातार अतिक्रमण हटाने की खबर प्रकाशित करता रहा है। मामले को संज्ञान में लेते हुए कल सोमवार को शहपुरा एसडीएम काजल जावला ने मामले को संज्ञान में लेते हुए भू-माफिया राकेश गुप्ता के विरुद्ध स्थगन आदेश जारी किए हैं। गौरतलब है कि जबलपुरा मार्ग बेतहाशा अतिक्रमण हो जाने से शासकीय जमीन कम हो गई है, हालात यह है कि समुदायिक निर्माण कार्य, प्रतिमाओं के अनावरण सहित अन्य के लिए शासकीय भूमि कम है। बहू उपयोगी शासकीय जमीन पर राकेश गुप्ता के द्वारा बहु उपयोगी जमीन पर अतिक्रमण करके पक्की मकान का निर्माण करवा रहा था। आरोप है कि रसूख के चलते भू माफिया के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हो रही थी, क्षेत्र में शासन प्रशासन व जनप्रतिनिधियों का संरक्षण भी भू माफिया को प्राप्त है, लेकिन अब एसडीएम ने स्थगन आदेश जारी कर दिए हैं।
अतिक्रमण हटाने की खबर को दर्पण अखबार ने प्रमुखता से किया प्रकाशित :- गौरतलब है कि शहपुरा जनपद क्षेत्र के खसरा नंबर 466/2 व रकवा 0.12 जबलपुरा तिराहा वार्ड क्रमांक 01 की शासकीय भूमि शासन के नाम पर आवंटित है। बताया गया कि जहां उक्त शासकीय भूमि पर संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण भी किया जाना प्रस्तावित हैं, लेकिन उक्त भूमि में ही भू माफिया राकेश गुप्ता के द्वारा पहले तो बाउंड्री वाल बनवाया गया, और अब पक्की मकान का निर्माण कार्य धड़ल्ले से करवा रहा है। आरोपों के मुताबिक मामले की जानकारी संबंधित विभाग को पहले से थी, लेकिन मोटी कमीशन के चलते भू-माफिया के ऊपर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो रही थी। मामले को लेकर दैनिक जबलपुर दर्पण अखबार में खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित कर शासन प्रशासन के सामने संज्ञान में लाया गया।स्थानीय लोगों के द्वारा भी लम्बे समय से शासकीय भूमि पर हो रहे अवैध निर्माण कार्य को बंद करवाने की मांग कर रहे थे। मामले को लेकर शाहपुरा राजस्व द्वारा भू माफिया के खिलाफ स्थगन आदेश कर निर्माण कार्य को यथावत रखने के निर्देश देने के साथ-साथ आगामी दिनांक में न्यायालय में उपस्थित होकर लिखित जवाब मांगा गया है।