लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सत्ता के इशारे पर पुलिस का प्रहार:पत्रकार साथियों की अर्धनग्न अवस्था की तस्वीर पुलिस ने की वायरल
पकड़े हुए लोग पूरे नग्न नहीं थे हम सुरक्षा की दृष्टी से उनको हवालात में अंडरवियर में रखते हैं:एसएचओ मनोज सोनी
जबलपुर दर्पण नप्र। सीधी में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सत्ता के इशारे पर पुलिस के द्वारा झकझोर देने वाली बर्बरता की कड़ी निंदा करता हूं। इस घटना में जो भी दोषी है। चाहे वह पुलिस अधिकारी कर्मचारी हो या घटना की मूल वजह सत्ता दल के विधायक इनके खिलाफ निष्पक्ष जांच के बाद कड़ी से कड़ी कार्यवाही होना चाहिए। क्योंकि किसी भी बड़े से बड़े अपराधी को भी बिना कपड़े के थाने में नहीं बिठाया जाता है। प्रदेश के सभी पत्रकार साथियों को मिलकर इस अन्याय की लड़ाई को लड़ना है। नही तो आज सीधी में घटना हुई है कल हम और आप का भी न आएगा। क्या सत्ता के नशे में मदमस्त राजनैतिक दल पुलिस के माध्यम से कलम को बेड़ियों में जकड़ना चाहते है। इसी प्रकार से सागर में भी एक पत्रकार साथी के साथ सागर के कद्दावर मंत्री के द्वारा पूरे परिवार को परेशान किया जा रहा है। पत्रकार के द्वारा लिखित शिकायत करने पर भी कोई कार्यवाही नही हुई उल्टा पत्रकार के ऊपर कार्यवाही कर माफी मांगने का दवाब बनाया जा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री मीडिया के सामने अपने विधायक व मंत्री के लिए दो शब्द कहे। इसी प्रतीक्षा में प्रदेश की मीडिया के पत्रकार साथी। कपड़े उतरवाना कहा का कानून है, यही है नेता और पुलिस का पत्रकारों के प्रति सम्मान