युवा क्रांति ने अस्पतालों के घोटालों चलाया अभियान
जबलपुर दर्पण। युवा क्रांति के द्वारा कोरोना काल से ही प्राइवेट अस्पतालों के घोटालों और उनके द्वारा जनता से की जा रही लूट के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है । इस बावत आयुष्मान कार्ड धारक मरीजो व सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम के मरीजों से सम्पर्क कर उनसे किस प्रकार अस्पताल ठगी कर रहे हैं उसकी जानकारी संकलित की गई है। युवा क्रांति के प्रदेश सचिव देवा झरिया ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि विगत कुछ समय से जबलपुर के मेट्रो अस्पताल के द्वारा सिंडिकेट बनाकर एक ओर जहां मरीजों को और सरकार को लूटा जा रहा है वही दूसरी ओर शासन और स्वास्थ्य विभाग के कारिंदों के साथ सांठ गांठ करके , इसके दवा व्यापार में पार्टनर एक जनप्रतिनिधि का बनाकर छोटे अस्पतालों को परेशान किया जा रहा है। देवा झरिया ने बताया कि आज युवा क्रांन्ति के प्रदेश संगठन मंत्री माननीय दीपक राजौरिया जी के द्वारा माननीय अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक , स्पेशल टास्क फोर्स , भोपाल मध्यप्रदेश को ज्ञापन सौंपकर जानकारी दी गयी थी जिसपर जांच जारी है। देवा झारिया ने बताया कि , जिला जबलपुर में बड़े अस्पतालों के द्वारा केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना और सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम में करोड़ो रुपयों का हेर फेर स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मिलकर किया जा रहा है । विगत दिनों पुलिस अधीक्षक महोदय के द्वारा एक छोटे अस्पताल में। आयुष्मान योजना के मरीजों के गलत बिलिंग को संज्ञान में लेकर उसके ऊपर कार्यवाही की थी जो अपने आप मे अति आवश्यक थी । जिस पर जिला प्रशासन के द्वारा भी बड़ी कार्यवाही करते हुए अनियमितता पाए जाने पर अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक महोदय व स्वास्थ्य अधिकारियों की प्रारंभिक रिपोर्ट में जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत आयुष्मान योजना के लाभार्थियों को लगभग 100 करोड़ रुपये का फंड वितरित किया गया। इस योजना का सबसे अधिक फंड प्रामाणिक तौर पर मेट्रो अस्पताल को प्राप्त हुआ है। जिले में आयुष्मान योजना के सबसे अधिक अनियमितता के प्रकरण इसी अस्पताल से संचालित हो रहे हैं। जनप्रतिनिधियों के राजनैतिक संरक्षण और सांठ-गांठ से इस अस्पताल के द्वारा केंद्र की आयुष्मान योजना और सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम में सबसे अधिक घोटाला किया गया है, जिसमें बिलिंग मेट्रो प्राइम अस्पताल के नाम से ली गयी है, जिसकी सीजीएचएस संबद्धता संभवतः समाप्त होने के बाद भी इसी नाम से केंद्रीय कर्मचारियों को बिलों को वसूल किया जाता रहा है और भुगतान मेट्रो अस्पताल के खाते मे किया जा रहा है जब कि वर्तमान में नए नाम बड़ेरिया मेट्रो प्राइम नाम से इस अस्पताल का संचालन हो रहा है । मेट्रो अस्पताल प्रबंधन के द्वारा आयुष्मान योजना व सी जी एच एस योजना के मरीजो से नगद में अलग से पैसे लिए जा रहे हैं। युवा क्रांति के द्वारा कलेक्टर जबलपुर महोदय को एक ज्ञापन सौंपा गया जिसमें मेट्रो अस्पताल में हो रही अनियमितताओं की सघन जांच करने के लिए मांग की गई है । ज्ञापन में निष्पक्ष एजेंसी से जांच करके कार्यवाही सुनिश्चित करने की मांग की गई। ज्ञापन में मेट्रो अस्पताल की आयुष्मान योजना हितग्राहियों व सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम के हितग्राहियों में गड़बड़ी की जांच की मांग की गयी। उचित कार्यवाही नही होने पर इस विषय में जनजागरण दो दिवस पश्चात शुरू किया जावेगा।