जबलपुर दर्पण। प्रसंग अंतरराष्ट्रीय साहित्य मंच के तत्वावधान में सुश्री संस्कृति लढिया की काव्य कृति *सपना सा है का लोकार्पण प्रोफेसर एच. पी. पालन, मोहन शशि,विमल कांत येण्डे, प्रतुल श्रीवास्तव,डा. प्रतिभा पटेल, के आतिथ्य में श्रीमती अर्चना गोस्वामी द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से प्रारंभ हुआ मंचासीन अतिथियों ने नवोदित रचनाकार सुश्री संस्कृति लड़िया की कृति पर प्रकाश डालते हुए कहा कृति में विविध रंगों का समावेश है कृतिकार का यह पहला कदम है जो साहित्य की दिशा की ओर अग्रसर है जिनकी रचनाओं में संपूर्ण सामर्थ्य के साथ विषय वस्तु पर लेखक ने अपनी बात रखने में बहुत हद तक सार्थक भूमिका निभाई है सुश्री संस्कृति लढिया की प्रथम कृति के लोकार्पण अवसर पर मंचासीन अतिथियों ने अपनी बात कहते हुए शुभकामनाएं प्रेषित की| इसके पश्चात डॉ शशि लढिया,,, आदि ने कृति कार के प्रति अपने मंगल भाव रखें *द्वितीय सोपान में गीत सरिता प्रारंभ हुई जिसके मुख्य अतिथि अभय तिवारी, अध्यक्षता इरफान झांस्वी, विशिष्ट अतिथि मनोहर चौबे ‘आकाश’ और मीना भट्ट रहीं इस गीत सरिता में डॉ. अंबर प्रियदर्शी, उदयभानु तिवारी, कृष्णा राजपूत, विनीता श्रीवास्तव ने अपने सरस गीतों का पाठ किया समारोह में डा.मकबूल अली, डा रानू रुही,बसंत शर्मा, दुर्गा सिंह पटेल, राजेश लखेरा, मंजू गोरे का सहयोग रहा | *संचालन इंजी विनोद नयन एवं दीपक तिवारी ‘दीपक’ ने किया आभार प्रदर्शन डॉ शशि लढिया द्वारा द्वारा किया गया