येलकोट येलकोट जय मल्हार की गूंज

जबलपुर दर्पण। मल्हारी मार्तण्ड खंडोबा (भगवान भोलेनाथ महादेव )ने नित्य अपने भक्तों के कष्टों के निवारण के लिए अवतार लेते हैं, धरती पर महादैत्य मणि और मल्ल के संहार के लिए खंडोबा स्वरूप में अवतरित हुए हैं, मणि मल्ल का संहार खडग तलवार से करने के कारण खंडोबा कहलाये, मल्ल के संहार के बाद मल्हारी मार्तण्ड खंडोबा पुणे के पास जेजूरी मे मार्गशीष की शुक्ल पक्ष की चंपा षष्ठी को अवतरित हुए थे। चंपा षष्ठी को जेजूरी मे हल्दी और नरियल का भंडारा होता है, तली भंडार कहते हैं। खंडोबा मंदिर जेजूरी हल्दी से पीले रंग में रंग गया। आज विशेष रूप से भटे( बैगन), हरी प्याज हरे लहसुन का भर्ता और बाजरे की रोटी का भोग लगाया जाता है। चंपा षष्ठी को भगवान भोलेनाथ महादेव को बैगन भटे का भोग लगाने का विधान है , सभी भक्त गणों ने येलकोट येलकोट जय मल्हार उदघोष के साथ पूजा आराधना की ।
कुलदैवत मल्हारी मार्तेड खंडोबा महाराज के अवतरण दिवस चंपा षष्ठी महोत्सव का विराट आयोजन सोमवंशी मराठा समाज जबलपुर के तत्वावधान में हनुमान ताल थाने के पीछे महादेव मंदिर में किया गया, कुलदैवत मल्हारी मार्तेड खंडोबा महाराज, मां भवानी का षोडशोपचार पूजन अर्चन महाआरती में पार्षद प्रतिभा विध्येश भापकर, पार्षद कविता रैकवार, पार्षद गोवर्धन कश्यप , भाजपा महामंत्री श्री रत्नेश सोनकर मराठा समाज के अनिल गायकवाड़, विजय जाधव, संजय मगरे, दिनेश जाधव, अनिल शिंदे, सुरेश शिंदे, प्रवीण सालुंके,तरूण सोनोने, विजय डुचे, दादा पांडुरंग गायकवाड़, आनंद राव बाबले, विनित सिरसाठ, पुरूषोत्तम भालेराव, महिला मंडल की अनुराधा,किरण, सुनिता, मीना, उर्मी, कविता, सहित बड़ी संख्या में सामाजिक जनो की उपस्थिति रही ।