जी 20 आर्थिक अखंडता की दिशा में वसुधैव कुटुंबकम का दर्शन राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन

जबलपुर दर्पण। संत अलॉयसियस (स्वशासी) महाविद्यालय के प्रेरणा प्रेक्षागृह में को दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया। अर्थशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित तथा भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्ववारा प्रायोजित “जी 20 आर्थिक अखंडता की दिशा में भारत की संभावनाएं वसुधैव कुटुंबकम का दर्शन” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन समापन कार्यक्रम का शुभारंभ ईश वंदना, दीप प्रज्जवलन से हुआ, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय श्री सौरव के. सुमन ( कलेक्टर – जबलपुर ) ने अपने उद्बोधन में कहा “आज का युवा दैनिक जीवन के उदाहरणों से अनुभव ग्रहणकर अपने ज्ञान के संग्रह को बढाए तथा शांति धैर्य एवं सामंजस्य से देश के विकास में सहायक होए तथा विशिष्ट अतिथि श्री एन. जी. पेण्डसे (विभागाध्यक्ष- अर्थशास्त्र विभाग, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर ) ने अपने उद्बोधन में भारत सरकार की नीतियों पर भारत की प्रतिष्ठा के संबंध में चर्चा कर बताया कि आज ऐसे चिन्तन की आवश्यकता है जिसका क्रम व्यष्टि से समष्टि और समष्टि से सृष्टि हो । उक्त कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि “यदि वसुधैव कुटुबंकम के सिद्धांत को हम विश्व स्तर पर चाहते है तो उसकी शुरूआत हमें अपने परिवार से करनी होगी।” डॉ. रीता चौहान (विभागाध्यक्ष – अर्थशास्त्र विभाग) द्वारा रिर्पोट वाचन तथा मंच संचालन डा. निहारिका सिंग एवं श्री नितिन स्वामी द्वारा किया गया। दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के चार तकनीकी सत्र में देश-विदेश से आये 53 प्रतिभागियों ने पेपर प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में डॉ. रेनु मार्कण्डेय, सुश्री दीक्षा जैन, सुश्री श्रुति सक्सेना का सहयोग सराहनीय था । धन्यवाद ज्ञापन डॉ. एंथोनिमा राबिन ने किया । इस अवसर पर राजनीति विज्ञान विभाग की डॉ. विश्वास पटैल, डॉ. तुहीना जौहरी, द्वारा लिखित “राइट टू इनफारमेशन एक्ट 2005 थ्योरी एण्ड प्रक्टिकल पुस्तक का विमोचन किया गया।