मां का दूध अमृत है : रश्मि वर्मा
विश्व स्तनपान सप्ताह 1 से 7 अगस्त
मंडला दर्पण। पोषण पुनर्वास केंद्र मंडला में स्तनपान सप्ताह का शुभारभ किया गया। कार्यक्रम में धात्री महिलाये पोषण पुनर्वास केंद्र के समस्त स्टाफ रश्मि वर्मा आहार सलाहकार नर्सिंग स्टाफ आई जे कुरेशी रेखा उइक्रे दुर्गा जांघेला अंकिता झरिया केंद्र के भर्ती बच्चे एवम स्पोर्ट स्टाफ उपस्थि रहे। माताओं को स्तनपान के फायदे, स्तनपान कैसे कराना है, माता को कैसा आहार देना है ये समझाया गया। हर साल की तरह इस साल भी आज की तारीख बहुत खास है, क्योंकि आज से अगले सात दिन तक पूरी दुनिया एक तरह के अभियान का हिस्सा होने जा रही है। कार्यक्रम में धात्री माताएं दरअसल आज यानि 1 अगस्त 2023 से वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक यानि विश्व स्तनपान सप्ताह शुरू होने जा रहा है। ये वार्षिक उत्सव इसी महीने की अगली 7 तारीख तक चलेगा, जिसमें भारत समेत अन्य 120 से ज्यादा देश हिस्सा ले रहे हैं। इस खास सप्ताह का उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य और ब्रेस्टफीडिंग को प्रोत्साहित करना है। तो चलिए मातृत्व भावना से अभिभूत इस खास मौके पर जानें इस खास सप्ताह का इतिहास।
इतिहास को जानें…
साल था 1990 जब दुनिया को जरूरत महसूस हुई, ब्रेस्ट फीडिंग को समर्थन और बढ़ावा देने की, जिसे ध्यान में रखते हुए अगले ही साल यानि साल 1991 में इस मकसद का सफल बनाने के लिए वर्ल्ड अलायंस फॉर ब्रेस्टफीडिंग एक्शन का गठन किया गया। इसके बाद शुरुआती फैसला लिया गया कि इसे एक खास दिन के तौर पर मनाया जाएगा, मगर इसके उद्देश्य और महत्व को समझते हुए इसे एक खास दिन की बजाए खास सप्ताह के तौर पर मनाने का फैसला किया गया। इसके बाद अगले ही साल यानि साल 1992 में, दुनिया में पहली बार वर्ल्ड ब्रेस्ट फीडिंग वीक मनाया गया। इसे अगस्त की पहली तारीख से अगले एक सप्ताह तक यानि 7 अगस्त तक मनाया गया। धीरे-धीरे इस खास मकसद पर पूरी दुनिया ने गौर किया और ये विश्वभर में मनाया जाने लगा आज की तारीख में दुनियाभर के 120 से अधिक देश इस खास सप्ताह का जश्न मनाते हैं और ब्रेस्ट फीडिंग के प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूकता फैलाते हैं.
ये है इस साल की थीम
मालूम हो कि हर साल इस खास सप्ताह के लिए एक अलग और बहुत ही खास थीम तय की जाती है। इसी के मद्देनजर इस साल यानि साल 2023 में “ब्रेस्ट फीडिंग को सक्षम करना: कामकाजी माता-पिता के लिए एक अंतर बनाना” तय की गई है। इसका मुख्य मकसद लोगों को स्तनपान के फायदे और इसके महत्व के बारे में जागरूक करना है।