पाँच-दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम का आयोजन
जबलपुर दर्पण। संत अलॉयसियस (स्वशासी) महाविद्यालय में आज पाँच-दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इस कार्यक्रम का विषय “आनंदपूर्ण जीवन जीने के गुण” था, जिसका उद्देश्य सम्पूर्ण व्यक्ति के विकास के लिए शांति और सकारात्मक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करना था। कार्यक्रम को यूनाइटेड बोर्ड और संत अलॉयसियस महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सुमधुर गीतों से हुई। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. फा. जे. बेन एन्टोन रोस के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. महिर स्पर्जन) और विशिष्ट अतिथि डॉ. अनीता क्रिस्टीन ने अपने विचार साझा किए।
मुख्य अतिथि डॉ. महिर स्पर्जन ने अपने उद्बोधन में कहा, “आनंदपूर्ण जीवन जीने और सम्पूर्ण व्यक्तित्व के विकास के लिए कई साधन उपलब्ध हैं, जो हमें हमारे रोज़मर्रा के जीवन में ही मिलते हैं। यह केवल उन्हें पहचानने और अपनाने की बात है।” उन्होंने बताया कि समाज, दोस्तों के साथ संबंध, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और संगीत जैसे साधन आनंदपूर्ण जीवन जीने के महत्वपूर्ण स्रोत हो सकते हैं।
डॉ. अनीता क्रिस्टीन ने भी सकारात्मक सोच के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “सकारात्मक सोच और सही दृष्टिकोण से हम अपने जीवन को सुखमय और साकारात्मक बना सकते हैं।”
कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. स्मारिका लॉरेन्स ने FDP कार्यक्रम का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जबकि कार्यक्रम का संचालन श्रीमान विराज यादव और ग्रेसी चार्ल्स ने किया। इस अवसर पर डॉ. आशु जैन ने आभार व्यक्त किया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों और महाविद्यालय के कर्मचारियों को मानसिक और शारीरिक रूप से सशक्त बनाने के लिए आवश्यक जीवन कौशल प्रदान करना था, ताकि वे न केवल अपने छात्रों को बल्कि स्वयं को भी एक बेहतर और संतुलित जीवन जीने के लिए प्रेरित कर सकें।