इनफिनिटी हार्ट इंस्टीट्यूट में हुआ मध्यभारत का पहला ‘कैप्सूल पेसमेकर’ इंप्लांट
जबलपुर दर्पण। इनफिनिटी हार्ट इंस्टीट्यूट, नेपियर टाउन में चिकित्सा विशेषज्ञों ने मध्यभारत के पहले ‘कैप्सूल पेसमेकर इंप्लांट’ में सफलता पाई है। एम डी, डीएम कार्डियोलॉजी, वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अंकित अग्रवाल ने बताया कि कैप्सूल पेसमेकर से ट्रीटमेंट का यह इंडिया में पांचवा और मध्यभारत में पहला सफल प्रयास है। ये अपने आप में एक बेहद क्रांतिकारी तकनीक है, जिसमें एक कैप्सूल को ही सीधे मरीज के हृदय में बैठाया जाता है। इस पेसमेकर को सिंगापुर से इंपोर्ट किया गया। इसे हाल ही में मल्टीनेशनल कंपनी एबोट ने लॉन्च किया है। एक 60 वर्षीय पेशेंट, जिन्हें पल्स से रिलेटेड समस्या थी, उन्हें इस तकनीक से ट्रीट किया गया। डॉ. अंकित अग्रवाल ने बताया कि इस प्रक्रिया को सफलता पूर्वक सम्पन्न करने में इनफिनिटी हार्ट इंस्टीट्यूट के एक्सपर्ट्स व मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली से आए वरिष्ठ चिकित्सक पद्मश्री डॉ. बलबीर सिंह का विशेष सहयोग रहा।
न लीड, न ही बैटरी, इसलिए बेहतर
डॉ. अंकित अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान में जो पेसमेकर इस्तेमाल किए जा रहे हैं, उनमें लीड की सहायता से मरीज के हृदय में पेसमेकर बैठाया जाता है, जिसका कनेक्शन बैट्री से होता है। इसके चलते भविष्य में इन्फेक्शन, लीड निकलना जैसी समस्याएं आती हैं, इस नई और बेहद एडवांस टेक्नोलॉजी के पेसमेकर में न बैटरी और न ही लीड होती है, ऐसे में यह एक बेहतर विकल्प है। डॉ. अंकित अग्रवाल ने बताया कि एक लीड वाले पेसमेकर की बैट्री 6 से 7 वर्ष तक चलती है, वहीं एडवांस्ड कैप्सूल पेसमेकर 24 वर्षों तक सर्विस दे सकता है, खास बात ये है कि इसे अपग्रेड भी किया जा सकता है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ अंकित अग्रवाल , अखिलेश श्रीवास्तव सीईओ इन्फिनिटी हॉस्पिटल,चंद्र मोहन पासी मरीज , कैथलेब टीम कृष्णा भदौरिया,कृष्ण कुंज पाठक,भगीरथ विश्वकर्मा, मयूर पाटिल,विपिन लोधी, संध्या लोधी,राहुल अग्रवाल