इंडियन पीपुल्स अधिकार पार्टी ने की स्वराज्य आंदोलन की घोषणा
भोपाल। इंडियन पीपुल्स अधिकार पार्टी ने आज राज्य स्तरीय प्रशिक्षण शिविर के दौरान स्वराज्य आंदोलन की घोषणा की और भारत में लोकतंत्र के चारों स्तंभों की स्थिति पर गहरा चिंता व्यक्त की। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. पुरुषोत्तम तिवारी ने कहा कि भारत को ब्रिटिश साम्राज्य से आज़ादी तो मिल गई, लेकिन गांधीजी की परिकल्पना के अनुसार सच्चे स्वराज्य का सपना अभी भी अधूरा है।
पं. तिवारी ने कहा कि आजादी के 75 वर्षों बाद भी आम नागरिक महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य की समस्याओं से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा, “ब्रिटिश हुकूमत के बाद अब भारत में हमारे नेता और अफसरशाही नागरिकों के साथ अमानवीय और शोषणकारी व्यवहार कर रहे हैं।” उन्होंने स्वराज्य और लोकतंत्र की आवश्यकता को समय की मांग बताया और घोषणा की कि पार्टी इस दिशा में गंभीर कदम उठाएगी।
लोकतंत्र के चार स्तंभों पर सवाल
पं. तिवारी ने लोकतंत्र के चार स्तंभों – न्यायपालिका, कार्यपालिका, विधायिका और मीडिया – पर गंभीर सवाल उठाए।
- न्यायपालिका: उन्होंने कहा कि न्यायपालिका अब आम आदमी के लिए अप्राप्य हो गई है, और गरीबों के लिए न्याय पाना असंभव हो गया है।
- कार्यपालिका: कार्यपालिका को भ्रष्टाचार का गढ़ बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यालयों में हर छोटे से काम में नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
- विधायिका: विधायिका को नागरिकों के कल्याण के बजाय अपने स्वार्थ की ओर बढ़ते हुए आरोपित किया गया है।
- मीडिया: मीडिया पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि आजकल मीडिया ने सत्ता के दबाव में आकर अपनी भूमिका को बिसार दिया है, जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
स्वराज्य आंदोलन की आवश्यकता
पं. तिवारी ने कहा कि स्वराज्य की स्थापना केवल सत्ता परिवर्तन के लिए नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का किसान, मजदूर, और युवा इस आंदोलन से आशा लगाए बैठा है, और पार्टी उनके हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रमुख नेताओं की उपस्थिति
इस मौके पर पार्टी की राष्ट्रीय सचिव अभिलाषा सप्रे, प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट पन्नालाल त्रिपाठी, प्रदेश उपाध्यक्ष लीलाधर झारिया, महासचिव धारा शर्मा, और अन्य प्रमुख नेता उपस्थित थे। साथ ही, प्रदेशभर से कार्यकर्ताओं ने शिविर में भाग लिया।
आगे की योजना
इंडियन पीपुल्स अधिकार पार्टी ने आगामी दिनों में राज्यभर में जनसभाओं और रैलियों का आयोजन करने का ऐलान किया। इस आंदोलन के तहत पार्टी समाज में लोकतंत्र और स्वराज्य की अहमियत को लेकर जागरूकता फैलाने का कार्य करेगी। पार्टी ने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य केवल सत्ता नहीं, बल्कि समाज की विकृत व्यवस्था को सुधारने का है।
यह आंदोलन भारतीय राजनीति, प्रशासन और समाज में आवश्यक सुधारों का संदेश देने के लिए उठाया गया एक अहम कदम साबित हो सकता है।