बेटे बहू द्वारा मारपीट जान से मारने की धमकी देने पर एस पी से की शिकायत
जबलपुर दर्पण। निवेदन है कि मैं सविता विश्वकर्मा निवासी 995. सुदामा नगर, मदन महल, जबलपुर की रहने वाली हूँ। मैं एक विधवा महिला हूँ एवं दिव्यांग भी हूँ, मेरे पति का निधन सन् 2017 में हो चुका है, मेरे दो पुत्र हैं जिसमें बड़ा पुत्र गौतम विश्वकर्मा जिसका विवाह हो चुका है. तथा मेरा छोटा पुत्र जिसका नाम पवन विश्वकर्मा है वह भी विकलांग है जो मेरे साथ रहता है, मेरे पास आय या कोई साधन नहीं है, मेरा घर जो कि मेरे पति ने बनाया है, उसे छोड़कर मै किराये के मकान में रहती हूँ और मेरे मकान में मेरा बड़ा बेटा गौतम रहता है, जब भी मैं अपने घर जाती हूं तो मेरा बड़ा बेटा गौतम विश्वकर्मा व उसकी पत्नि श्रीमती करूणा विश्वकर्मा एवं एक असामाजिक तत्व मुकेश राय जिसका पूर्व में क्रिमिनल रिकार्ड भी रह चुका है, बिना किसी अधिकार के मेरे मकान के दो कमरे में अवैधानिक रूप से निवास कर रहा है, उनके द्वारा धमकी द जान से मारने की कई बार प्रयास भी किया गया है, जिसकी शिकायत मैं पूर्व में एस.पी. ऑफिस में भी दे चुकी हूँ, लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं हुई, अभी कुछ दिन पहले भी मुझे व मेरा छोटा बेटा जो कि विकलांग है उसको जान से मारने के लिये गुंडे भेजे थे, इन तीनों गौतम विश्वकर्मा, पत्नी करूणा विश्वकर्मा और मुकेश राय से मैं और मेरा छोटा बेटा अति भयभीत हैं। मैं चैन से कहीं भी आ-जा नहीं पाती हूँ और ना ही मैं अपने घर में रह पा रही हूँ, मैंने एवं मेरे छोटे बेटे ने अपने पारिवारिक खर्चे की पूर्ति हेतु उक्त सुकान को बेचने की सहमति दी है इसी बात को लेकर मुझसे मारपीट की जाती है तथा ना तो मुझे खाना दिया जाता है, न ही मुझे बचाई इत्यादि के लिये खर्च दिया जाता है,उपरोक्त मकान मेरे पति ने स्वयं की कमाई से बनाया है जिसमें मेरे बड़े बेटे का कोई योगदान नहीं है ना ही मेरे पति की कोई सेवा इत्यादि मेरे बड़े बेटे ने की है, उस समय यह अलग किराये के मकान में रहता था, मेरे पति ने मौखिक तौर पर मृत्यु से पहले यह कहा था कि उक्त मकान में गौतम का कोई इक व अधिकार नहीं होगा क्योंकि उक्त मकान मेरे पति की कमाई से ही बना है, यदि मेरे या मेरे छोटे बेटे पवन विश्वकर्मा के साथ कुछ भी होता है तो यहीं तीनों की पूर्ण रूप से जवाबदारी होगी, कृपया मुझे मेरे बड़े बेटे गौतम विश्वकर्मा, उसकी पत्नी श्रीमती करूणा विश्वकर्मा एवं मुकेश राय से संरक्षण दिलाया जावे, इनके विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाये इन लोगों द्वारा मेरे ऊपर किये जा रहे अत्याचार व मारपीट से बचाने हेतु इनके विरूद्ध मुकदमा दायर किया जाये।