यशभारत के संस्थापक को भेंट की गई ज्ञान गंगा व जीने की राह
जबलपुर दर्पण। मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में यशभारत न्यूज पेपर के संस्थापक और मुख्य संपादक आशीष शुक्ला जी को जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा, जीने की राह, गीता तेरा ज्ञान अमृत उनके समर्थकों द्वारा भेंट की गईं। साथ ही, संत रामपाल जी महाराज के समर्थकों ने आशीष जी को बताया कि हमारे गुरुदेव द्वारा दिए जा रहे तत्वज्ञान को समझकर लाखों लोग नशा, रिश्वतखोरी, जुआ, शराब, दहेज लेना देना छोड़ चुके हैं और एक सभ्य जीवन जी रहे हैं। हजारों लोगों की असाध्य कैंसर जैसी बीमारी संत रामपाल जी महाराज द्वारा प्रदान की गई सतभक्ति करने से ठीक हो चुकी हैं। वहीं संत रामपाल जी महाराज आध्यात्मिक मार्ग में फैले पाखंडवाद को समाप्त कर सभी धर्मग्रंथों की तुलनात्मक समीक्षा करके शास्त्रानुकूल भक्ति जन साधारण तक पहुंचा रहे हैं। उनका मुख्य उद्देश्य दहेज प्रथा, मुत्युभोज, भ्रूण हत्या, छुआछूत, रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार, नशा आदि सामाजिक बुराइयों से मुक्त समाज का निर्माण करना है। साथ ही, समाज से पाखंडवाद, अंधविश्वास, जाति-पाति, धार्मिक भेदभाव को खत्म करना, समाज में शांति व भाईचारा स्थापित करना, विश्व को सतभक्ति देकर मोक्ष प्रदान करना तथा युवाओं में नैतिक और आध्यात्मिक जागृति लाना है। जिससे सभी मानव सुखी हों और धरती बन सके स्वर्ग समान।