मण्डला से बीजाडांडी मार्ग के सभी पुल उम्र दराज
समय रहते नए पुल बनाये जाए
मंडला टाईम्स ।मंडला से जबलपुर नेशनल हाईवे 30 पर सफर करना अपनी जान जोखिम में डालने जैसा हो गया है। रोजाना हाईवे में कहीं ना कहीं हादसे हो रहे है, वजह गुणवत्ताविहीन मार्ग निर्माण के साथ हाईवे स्थित सभी पुलों की जर्जर हालत है। मार्ग तो हादसे को आमंत्रण दे ही रहे है, इसके साथ ही मंडला से जबलपुर के बीच बने पुल भी खतरनाक हो गए है। पुल भी जर्जर अवस्था में है, यहां पुल की रैलिग भी कमजोर हो चुकी है, पुल में भी गड्ढे हो गए है जो हादसे को न्यौता दे रहे है। बता दे की पूर्व में मंडला कलेक्टर ने नेशनल हाईवे मार्ग और पुलों का निरीक्षण किया था, जिसमें बबैहा स्थित पुल की रैलिग की मरम्मत करने के निर्देश दिए थे, लेकिन आज दिनांक तक बबैहा पुल की रैलिग का सुधार कार्य नहीं किया गया। नतीजा यह हुआ कि एक चौपहिया वाहन की फिर जल समाधि बन गई। इस हादसे में दो युवक अपनी जान बचाकर बाहर निकल गए लेकिन दो युवक वाहन में ही फंसे रहे। जिसके कारण उन दोनों युवकों की मौत पानी के अंदर वाहन में फंसे रहने के कारण हो गई। यदि पुल पर मजबूत रैलिंग या सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होते तो शायद यह हादसा इतना दर्दनाक ना होता।
अप्रैल 2021 में भी हुई घटना
बताया गया कि विगत दो वर्ष पहले भी बबैहा पुल पर एक कार अनियंत्रित होकर नीचे नदी में गिर गई थी। इस घटना में भी दो युवकों की जल समाधि बन गई थी। जब इस घटना हुई उस समय भी पुल पर मरम्मत का कार्य चल रहा था। घटना रात्रि में घटित हुई थी, रात्रि को युवकों की तालाश की गई लेकिन रात होने के कारण सफलता नही मिल सकी। जिसके बाद दूसरे दिन युवकों को खोजने रेस्क्यू किया गया, 12 घंटे की मशक्कत के बाद युवको के शव मिल पाए।
हाईवे में रोड के साथ पुल शामिल नही
मंडला से जबलपुर के बीच नेशनल हाइवे निर्माण की स्वीकृति के दौरान एमपीआरडी ने जो इस्टीमेट बनाया था, उनमे पुराने पुलो को शामिल नही किया था। मंडला से जबलपुर के बीच पांच पुल नहीं बनाए है। जिसके कारण यह पुल जर्जर हो गए है और इसमें विभाग सिर्फ मरम्मत के नाम पर लीपापोती कर रहा है।
मंडला से जबलपुर के बीच फूलसागर, बबैहा, लालीपुर, बालई और हिंगना पुलो को नही बनाया गया है। इन पुलो में केवल मरम्मत की जा रही है। पुल जर्जर हालात में है। पुलों की दीवार खराब हो गई है। पुल दोनों किनारे के पास सफाई के अभाव में मिट्टी जमी हुई है। पुलों में कई जगह छड़े बाहर का गई है। समय रहते पुल नए पुल बन जाएंगे तो भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं से बचा जा सकेगा।
खतरों से भरा है मण्डला जबलपुर हाइवे
मण्डला से जबलपुर को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। लगभग सात वर्षों से निर्मित यह जबलपुर हाइवे का अधूरा काम अब खतरों से भर गया है। यहां कुड़ामैली के पास जानलेवा गड्ढे हो गए । मंडला से जबलपुर के बीच हाइवे का निर्माण कार्य 2015 से हो रहा है। यहां कार्य में हो रही लेटलतीफी और गुणवत्ता का ख्याल नही रखने के कारण 7 नवम्बर 2022 को स्थानीय पुलिस ग्राउंड में आये केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ठेका सस्पेंड कर नये सिरे से निर्माण कार्य कराने के निर्देश भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को दिये थे, जिसके बाद निर्माण एजेंसी ने जीडीसीएल के ठेका को निरस्त कर दिया गया है और अधूरे कार्य और सड़क के सुधार के लिए शासन के पास प्रस्ताव भेजा है। बेंलेस वर्क के लिए 53 करोड़ 94 लाख का प्रस्ताव है। यहां हाइवे में बड़े-बड़े गड्ढे दुर्घटना को निमंत्रण दे रहे है। आलम यह है कि यहां वाहन रेंग रहे है। जिससे आवागमन में समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है।
जुलाई में 25 लाख रुपए किए थे खर्च
कलेक्टर मण्डला ने इसमें व्यक्तिगत रुचि लेते हुये बारि 25 लाख स्वीकृत कराकर निर्माण करवाया था जिसमे मार्ग की मरम्मत करायी गई थी जिसके के कारण मार्ग में जाम की स्थिति नही बनी। किन्तु विगत दिनो हुई भारी वर्षा हो जाने के यह मार्ग फिर क्षतिग्रस्त हो गया है जिसमे तत्काल सुधार की आवश्यकता है।