मां नर्मदा सामाजिक सेवा न्यास मंडला महिला समन्वय विभाग
भारतीय चिंतन में महिला’ विषय को लेकर मातृशक्ति समागम 7 को
मंडला दर्पण। मां नर्मदा सामाजिक सेवा न्यास मंडला महिला समन्वय विभाग द्वारा मातृशक्ति समागम का आयोजन किया जा रहा है। 7 जनवरी रविवार को प्रातः 10 बजे से 4 बजे तक आयोजित यह कार्यक्रम स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर में होगा। ‘भारतीय चिंतन में महिला’ विषय को लेकर आयोजित इस मातृशक्ति समागम का उद्देश्य समाज की प्रबुद्ध वर्ग की महिलाओं को एकत्रित कर सकारात्मक सामाजिक चिंतन है।
भारत स्त्रीत्व के तेज और कर्तृत्व का ही साकार स्वरुप
कार्यक्रम संयोजक पुष्पा ज्योतिषी ने बताया कि भारत की सांस्कृतिक समृद्धता का आधार भारत की पारिवारिक जीवन शैली है। परिवार तक मूल्यों को दृढता प्रदान करने का कार्य मातृशक्ति का ही रहा है, भारत स्त्रीत्व के तेज और कर्तृत्व का ही साकार स्वरुप है। इसीलिये भारत को भारत माता कहकर स्त्रीत्व को सम्मान दिया गया है। समाज में इस भाव की दृढता बनाये रखने के लिये महिलाओँ के बीच इस विमर्श का मनन और चिंतन आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इसी उद्देश्य से समाज की प्रबुद्ध वर्ग की महिलाओं को एकत्रित कर चिंतन करते हुये कुछ ना कुछ सकारात्मक निष्पन्न हो इसलिये 7 जनवरी, रविवार को सुबह 10 बजे से 4 बजे सरस्वती शिशु मंदिर मंडला में मातृशक्ति समागम आयोजित किया गया है।
विषय ‘भारतीय चिंतन में महिला’
उन्होंने बताया कि ‘भारतीय चिंतन में महिला’ विषय पर आयोजित इस समागम में केवल पंजीकृत बहनें ही सहभागी हो सकेंगी। इस वैचारिक मंथन में तीन सत्र होंगे। प्रथम सत्र की वक्ता श्रीमती निर्मला नायक अधिवक्ता मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर हैं जो भारतीय चिंतन में महिला विषय पर मार्गदर्शन करेंगी। दूसरा सत्र चर्चा का है जिसमें उपस्थित बहनों की सहभागिता रहेगी। इसी प्रकार तीसरे सत्र में सुश्री वसुंधरा सिंह केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य,मध्यक्षेत्र की क्षेत्रीय छात्रा प्रमुख का मार्गदर्शन भारत के विकास में महिलाओं की भूमिका पर प्राप्त होगा।
महिलाओं को अभिव्यक्त होने का मिले अवसर
पुष्पा ज्योतिषी ने मातृशक्ति से आग्रह किया है कि संपूर्ण देश में महिलाओं को अभिव्यक्त होने का अवसर मिले एवं वे एक साथ एक मंच पर एकत्र आकर संगठित हो सकें व नीति निर्धारण में अपनी सकारात्मक भूमिका निभा सकें इस वृहद् उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में आप भी लालीपुर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में प्रातः 10 बजे से 10:45 तक पंजीयन करवा कर अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कर सकते हैं।