पर्यावरण प्रबंधन की 15 दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन
जबलपुर दर्पण। शासकीय विज्ञान महाविद्यालय जबलपुर के आंतरिक गुणवत्त आश्वास्ति प्रकोष्ठ द्वारा 15 दिवसीय वैल्यू एडेड कार्यशाला आयोजित की गई, कार्यशाला का समापन डॉ. श्रीमती संतोष जाटव अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा जबलपुर संभाग के मुख्य आतिथ्य एवं डॉ. श्रीमती रीता भंडारी पूर्व प्राचार्य शासकीय ओ.एफ.के. महाविद्यालय खमरिया के विशिष्ट आतिथ्य में संपन्न हुई, कार्यकम की अध्यक्षता शासकीय विज्ञान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए. एल. महोबिया ने की, आई क्यूए.सी. के समन्वयक डॉ. आर. के. श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों का स्वागत किया एवं कहा कि पर्यावरण संरक्षण हेतु हम सभी को अपना योगदान दिया, कोर्स कोर्डिनेटर डॉ. मनीषा सक्सेना ने कार्यशाला में अपशिष्ट प्रबंधन हेतु किये गये कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया, इस कार्यशाला में अपशिष्ट पदार्थ जैसे गत्ता, पैरा, वायर, दवाइयों के कवर, सुतली, बोरा, कपडे आदि से विभिन्न ईको फैण्डली मॉड्ल, प्लांटर्स, नक्षत्र वाटिका आदि बनाई गई एवं प्रदर्शनी में प्रस्तुत की गई। प्राणिशास्त्र विषय के विभिन्न मॉड्ल जैसे स्टार फिश, कछुआ, कोबरा, ऑक्टोपस, पैगोलिन, हृदय की संरचना, मस्तिष्क, कान आदि अपशिष्ट पदार्थ बनाये गये, बायो टेक विद्यार्थियों द्वारा डी.एन.ए. संरचना, री कॉम्बिनेंट डी.एन.ए. टैक्नोलॉजी तथा वनस्पतिशास्त्र के विद्यार्थियों द्वारा फाइलो टैक्सी तथा पर्यावरण विभाग के विद्यार्थियों द्वारा कोकोपीट, बायो फर्टिलाइजर, खाद्य श्रृंखला एवं खाद्य जाल बनाया गया, उल्लेखनीय है कि सभी निर्मित वस्तुओं में अपशिष्ट पदार्थों का उपयोग किया, कार्यक्रम का संचालन आई. क्यू.ए.सी. सहसमन्वयक डॉ. ज्योति श्रीवास्तव ने किया एवं आभार प्रदर्शन डॉ. अपर्णा अवस्थी ने किया, कार्यक्रम में विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किया गया, कार्यक्रम में डॉ. अपर्णा अवस्थी, डॉ. अर्चना द्विवेदी, डॉ. प्रीति खरे, डॉ. एस. एन. शुक्ला का विशेष योगदान रहा, निर्णायक की भूमिका डॉ. सुनीता शर्मा एवं डॉ. जया बाजपेयी ने निभाई। कार्यकम में समस्त विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।