फसल संगाष्ठी से किसानों को मिलता है तत्काल समाधान
जबलपुर दर्पण। जनेकृविवि एवं दूरदर्शन के तत्वाधान में फसल संगोष्ठी का भव्य आयोजन जबलपुर 18 फरवरी, 2024 । जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर के कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा के मुख्यआतिथ्य एवं खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर के निदेशक डॉ. जे. एस. मिश्रा के विशिष्ट आतिथ्य में कृषि विज्ञान केन्द्र, जबलपुर एवं दूरदर्शन मध्यप्रदेश के संयुक्त तत्वाधान में फसल संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यअतिथि की आसदी से कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा ने अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय के अनुसंधान और विस्तार कार्यक्रम के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। इस दौरान कुलपति डॉ. पी.के. मिश्रा ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम कृषकों के लिये मील का पत्थर साबित होंगे। इसमें विभिन्न विषयों के कृषि वैज्ञानिक एक मंच पर बैठकर किसानों के साथ चर्चा कर खेती किसानी की समस्यओं एवं उनके प्रश्नों का तत्कालिक समाधान देते हैं। जिससे किसान भाईयों को खेती किसानी संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती । साथ ही दूरदर्शन के माध्यम से देशभर के किसान भाई सहित अन्य लोग खेती किसानी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं ।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर के निदेशक डॉ. जे.एस.मिश्रा ने फसलों के खरपतवार प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डाला। इस दौरान आपने किसानों को विभिन्न प्रकार के खरपतवार प्रबंधन एवं कृषि से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार साझा किये
संचालक विस्तार सेवायें डॉ. दिनकर प्रसाद शर्मा ने प्रौद्योगिकी प्रसार में कृषि विज्ञान केन्द्रों की भूमिका के बारे में प्रकाश डाला। आपने कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से किसानों की समस्याओं का निराकरण कर उन्नत खेती करने सहित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की ।
कृषि विज्ञान केन्द्र,जबलपुर की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. रश्मि शुक्ला ने सब्जियों एवं फलों का मूल्य संवर्धन विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी कृषकों को प्रदान की ।
वैज्ञानिक डॉ. ए.के. सिंह ने मृदा स्वास्थ्य एवं फसल उत्पादन में जीवांश कार्बन का महत्व समझाया। साथ ही इसकी कमी से होने वाले पर्यावरण असंतुलन की ओर विशेष रूप से सचेत करते हुये मृदा में इसके उपयोग को बढ़ाने हेतु किसानों से आवहन किया।
वैज्ञानिक डॉ. प्रमोद कुमार गुप्ता ने रबी फसलों में पौध संरक्षण के संबंध में जानकारी प्रदान करते हुये प्राकृतिक उपचारों पर विशेष बल दिया।
मृदा वैज्ञानिक डॉ.बी.एस. द्विवेदी ने मृदा परीक्षण के महत्व के संबंध में कृषकों को जानकारी प्रदान की । आपने किसानों को बताया कि मृदा परीक्षण कराने से खेती किसानी में उपज वृद्धि के साथ मृदा स्वास्थ्य संभालने में बल मिलेगा।
वैज्ञानिक डॉ. नितिन सिंघई ने फसल उत्पादन में जैव उर्वरकों के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किये । वैज्ञानिक डॉ. संजय सिंह ने प्रमुख रबी की फसलों की उन्नत किस्में के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की ।
वैज्ञानिक डॉ. डी.के. सिंह ने एफ.पी.ओ. प्रबंधन में चुनौतियों विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की । इंजी. आर. के. राना, सहायक कृषि यंत्री ने शासन द्वारा किसानों के कल्याण हेतु कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय द्वारा चल रही विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुये किसानों को मार्गदर्शित किया। सहायक प्राध्यापक डॉ. अनिल शिंदे ने वैज्ञानिक विधि से पशुपालन हेतु गाय, भैंस, बकरी, कुक्कुट की महत्वपूर्ण ब्रीड के बारे में विस्तार से बताते हुये उनके खान-पान में विशेष ध्यान देने की बात कही ।
कार्यक्रम के दौरान उन्नतशील कृषकों गेंदालाल कुशवाहा, मनोज कुमार सिंह, श्रीराम सिंह, विनय सिंह, ब्रजेश लबेरिया को कृषि के क्षेत्र में उन्नत कार्य हेतु मोमेन्टो एवं प्रमाण पत्र देकर स्वागत सम्मान किया गया । कार्यक्रम का संचालन दूरदर्शन एंकर श्रीमति रानी रैकवार एवं आभार प्रदर्शन कार्यक्रम प्रभारी दूरदर्शन, भोपाल श्री जयंत श्रीवास्तव द्वारा किया |
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये डॉ. नीलू विश्वकर्मा, डॉ. अक्षता तोमर, डॉ. सिद्धार्थ नायक, डॉ. जी.ए. अब्राहम स दूरदर्शन भोपाल के कार्यक्रम प्रस्तुतकर्ता श्री देवेन्द्र वर्मा, तकनीकी सहयोगी श्री अश्वनी श्रीवास्तव, एंकर श्रीमति अनामिका श्रंखला, श्री सुनील कुमार विश्वकर्मा सहित पूरी टीम का विशेष सहयोग रहा।