सेल्फी पोइंट बनें असुरक्षित छोड़े गए नवनिर्मित पानी की टंकी, सप्लाई रहतीं हैं प्रभावित
डिंडोरी, जबलपुर दर्पण ब्यूरो। केंद्र सरकार की महात्वाकांक्षी योजनाओं में एक नल-जल योजना में जिम्मेदार लोग मिलीभगत करके किस तरह से पलीता लगा रहे हैं, इसका अंदाजा ग्रामीण अंचलों के गांवों में जाकर आसानी से लगाया जा सकता है। इस आदिवासी बाहुल्य जिले के ग्रामीण अंचलों में बने दर्जनों नवनिर्मित पानी की टंकी केवल दिखावे के साबित हो रहे हैं। गौरतलब है कि असुरक्षित छोड़े गए पानी की टंकी युवाओं सहित बच्चों के लिए सेल्फी प्वाइंट बन गया है, जिससे ख़तरे की आशंका बनी हुई है। गौरतलब है कि अंचलों में जल आपूर्ति को पूरी करने के लिए चिन्हित स्थानों पर एक्स्ट्रा पानी की टंकी बनाई गई हैं, जिन्हें असुरक्षित ही छोड़ दिया गया है, लाखों-करोड़ों रुपए की लागत से बने पानी की टंकियों से सप्लाई भी नहीं की जा रही, जिससे कई दिनों तक गांव में पानी की सप्लाई बाधित रहती है। ग्रामीणों ने बताया कि जनपद पंचायत समनापुर के ग्राम पंचायत कुकर्रामठ, बुड़रूखी सहित अन्य चिन्हित स्थानों पर बने पानी की टंकी असुरक्षित छोड़े गए हैं। बनाएं गए नवनिर्मित पानी की टंकी से सप्लाई नहीं होने से गांवों में जल आपूर्ति भी कई दिनों तक बाधित रहती है। स्थानीय ग्रामीणों ने नवनिर्मित पानी की टंकियों को सुरक्षित रखने सहित गांवों में जल्द से जल्द पानी की सप्लाई शुरू करवाने की मांग की गई है।