भाव के भूखे होत हैं भगवान: देवकीनंदन ठाकुर
जबलपुर दर्पण। पाटन के पवईधाम अमरपुर में आयोजित श्री शिवसमाराधन महायज्ञ में वृंदावन धाम से पधारे प्रसिद्ध कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन बाल लीला, माखन चोरी लीला, गोवर्धन पूजा का वर्णन किया। उन्होंने ने कहा कि भगवान भाव के भूखे हैं, जैसे आप के भाव होंगे, वैसे ही भगवान को प्राप्त कर सकेंगे। बाल कृष्ण की लीलाओं का वाचन सुन श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। महाराजश्री ने भगवान श्री कृष्ण का बाल गोपाल के साथ माखन चोरी करने, गोपियों की मटकी फोड़ने, गोपियों को रिझाने, बल चपलता दिखाने का चित्रण किया।
महाराजश्री ने बताया कि जिस समय पूतना दिखावे का रूप बनाकर के जाती है, भगवान समझ जाते हैं। क्योंकि भगवान हर इंसान के घट घट में रहने वाले हैं, हो सकता है दिखावे से अच्छे कपड़ों से अच्छे गहनों से निम्न व्यक्ति भी अच्छा दिखाई दे। लेकिन परमात्मा को हमारा सच्चा भाव चाहिए, जब तक हमारे मन में सच्चा भाव नहीं आएगा, तब तक हम यूं ही भटकते रहेंगे। यह भटकाव एक बार नहीं बार बार नहीं 84 लाख बार भटकना पड़ेगा। इंसान का जैसा भाव होता है, उसको सारा संसार वैसा ही नजर आता है।
मनोभाव अच्छे होना चाहिए
महाराजश्री ने कहा िक पूतना जब दूषित नियत से बाल कृष्ण को मारने गई गई तो मां यशोदा समझ नहीं पाई। क्योंकि उनके भाव अच्छे थे। तो उनको पूतना के अंदर भी अच्छाई ही नजर आई। इसी प्रकार से अगर इस संसार में अगर हमको कुछ पाकर के नाम अमर करके जाना है तो नरसिंह भगत, मीरा बाई और शबरी की तरह अपने मनोभाव करने होंगे। व्यासपीठ का पूजन मुख्य यजमान पं. जितेन्द्र पचौरी, आयोजन अध्यक्ष हरिकृष्ण पचौरी, कोषाध्यक्ष श्याम मनोहर पचौरी, आयोजन प्रभारी सर्वेश पटेल, यज्ञ यजजमान राकेश पाण्डे बाम्बे, डॉ राजेश पचौरी ने किया।
मोक्ष पाने के लिए करें प्रयत्न
कथा के पूर्व धर्मसभा को संबोधित करते हुए स्वामी महेन्द्रानंद महाराज ने कहा िक मानव शरीर बड़े सौभाग्य से प्राप्त होता है। तीन चीजे बड़ी ही दुर्लभ हैं। इनमें मनुष्य का शरीर, मोक्ष की इच्छा और महापुरुषों का सत्संग शामिल हैं। जीव को मोक्ष की प्राप्ति के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए। भागवत कथा के श्रवण से मोक्ष प्राप्त किया जा सकता है। महराज श्री ने कहा िक कथा वाचकों को भी यह चाहिए िक वे लोगों को भगवत मार्ग से जोड़ें। श्री शिवसमाराधन महायज्ञ के दौरान ऋषभ देव महाराज के सान्निध्य में 108 यजमानों ने यज्ञ में आहुति दीं। इसके पूर्व भगवान महादेव का अभिषेक िकया गया।
इस अवसर पर विधायक नीरज सिंह, मोहन तिवारी, मुकुल पचौरी, गौरव भुर्रक, रामकृष्ण सोनी, देवदत्त पचोरी, अवधेश बेहुरी, शंकर लाल पटेल, वीरेंद्र गिरी, अनिरुद्ध विश्नोई, सविता शत्रुघ्न सिंह, आचार्य जोगेंद्र सिंह, सुशील पांडे, सुरेंद्र भुर्राक, सुनील दुबे, रोहित रजक, संदीप दुबे, कुलभूषण पल्हा, विनय करसौलिया, राजहंस पचोरी, राजेंद्र, श्रुति वरुण पचोरी, रितेश पचौरी, आशीष पचौरी, मदन गोपाल पटेल, राजेश विश्वकर्मा, राजेश कुशवाहा, विजय पटेल, संदीप दुबे, कृष्ण ठाकुर सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।