थैलेसीमिया की बीमारी को रोकने आयोजित हुई नेशनल कांफ्रेंस
जबलपुर दर्पण। नारायणा हॉस्पिटल बैंगलोर में विगत दिवस नेशनल कांफ्रेंस का आयोजन हुआ। जिसमें देश एवं विदेश से डॉक्टर और संस्थाएं सम्मिलित हुई। इस कांफ्रें स में थैलेसीमिया की बीमारी को कैसे रोका जाए एवं बीमारी से पीडि़तों की देखभाल कैसे की जाए इस पर चर्चा हुई और महत्वपूर्ण जानकारियां विशेषज्ञों ने साझा की। कांफ्रें स में मॉरेसेस से डॉ राम एवं श्रीलंका से डॉ बाला सूर्या, डॉ लीजा पूना, डॉ रीता असम, डॉ सुनील भट्ट ने सभी का मार्गदर्शन किया।
कांफ्रे ंस मे मध्यप्रदेश, हैदराबाद, दिल्ली, पंजाब, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र आदि राज्यों से थैलेसीमिया के लिए काम करने वाली संस्थाएं व सामाजिक कार्यकर्ता सम्मलित हुए। जिसमें थैलेसीमिया जनजागरण समिति मध्यप्रदेश की ओर से विकास शुक्ला एवं दिशा वेलफेयर समिति की ओर से सरबजीत सिंह नारंग को स्मृति चिन्ह और शॉल देकर सम्मानित किया
कांफ्रेंस में बताया कि बच्चों की देखरेख कैसे करना है
:- पीडि़तों का हिमोग्लोबिन 9.5 तक रखना चाहिए।
:- आयरन 1000 से कम हो।
:- समय समय पर डॉक्टर से मार्गदर्शन लेकर उनके द्वारा दी गई जानकारी के साथ आगे बढऩा बढ़ती उम्र के साथ टी2 एमआरआई किडनी, लीवर, हार्मोंस सबंधित डॉक्टर से सलाह लेकर उपचार करना।
प्रदान की गई बीएमटी से संबंधित जानकारी
विशेषज्ञों ने बताया कि बीएमटी जितनी कम उम्र में हो उतना लाभ कारी होता है, इसलिए एचएलए मैच होने के बाद जल्द से जल्द बीएमटी कराना चाहिए, बीएमटी के समय बच्चे का हिमोग्लोबिन और आयरन सही मात्रा में होना चाहिए।
भारत देश में 3 प्रकार की बीएमटी सुविधा है उपलब्ध
सिवलिंग मैच:- विशेषज्ञों के अनुसार सगे भाई बहन से पूरा एचएलए मिलना सिवलिंग मैच कहलाता है, इसके ट्रांसप्लांट की अनुमानित लागत 15 लाख से 18 लाख तक होती है, जिसमें 10 लाख कोल इंडिया, 3 लाख पीएम फ ंड, 2 लाख सीएम फं ड से मदद मिल जाती है, अगर ट्रास्पलांट के बाद किसी प्रकार का इन्फेक्शन होता है, तो इसकी लागत बढ़ भी सकती है।
मड ट्रांसप्लांट:- इसमें पूरे विश्व में रजिस्टर डोनर से बच्चे का एचएलए मिलाया जाता है, इसलिए इसे मड या अनरीलटेड ट्रांसप्लांट भी कहते हैं, इसकी लागत लगभग 40 से 45 लाख रुपए होती है, जिसमें 10 लाख कोल इंडिया, 3 लाख पीएम फं ड, 2 लाख सीएम फं ड से मदद मिल जाती है, अगर ट्रांसप्लांट के बाद किसी प्रकार का इन्फेक्शन होता है तो इसकी लागत बढ़ भी सकती है।
हेपलो बीएमटी:- इसमें आधे मैच के साथ ही ट्रांसप्लांट किया जाता है ,इसके लिए डोनर माता पिता या भाई बहन भी हो सकते है, इसकी लागत 40 से 45 लाख होती है, 3 लाख पीएम फं ड, 2 लाख सीएम फं ड से मदद मिल जाती है, अगर ट्रास्पलांट के बाद किसी प्रकार का इन्फेक्शन होता है, तो इसकी लागत बढ़ भी सकती है।