साइबर अपराधियों पर नकेल कसने पुलिस को दिया गया साइबर प्रशिक्षण
डिंडोरी, जबलपुर दर्पण ब्यूरो। साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं से निपटने और जिला डिंडोरी पुलिस बल को ऐसे मामलों की प्रभावी निगरानी और जवाब देने में सक्षम बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, डिंडोरी पुलिस कप्तान वाहिनी सिंह के निर्देशन व अति0 पुलिस अधीक्षक जग्गनाथ मरकाम के नेतृत्व में साइबर अपराध के रोकथाम के संबंध में दिनांक 08/06/2024 को एक विशेष साइबर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में पुलिसकर्मियों को वित्तिय धोखाधड़ी के साथ साथ, महिलाओं और बच्चों पर घटित साइबर अपराधो के रोकथाम एवं मामलों से निपटने के तरीके के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। पिछले कुछ सालों में, इंटरनेट की व्यापक पहुँच और आसान उपलब्धता के कारण साइबर अपराध के विभिन्न रूपों में वृद्धि हुई है, जिसमें साइबरबुलिंग, फ़िशिंग, मैलवेयर प्रसार, साइबर स्टॉकिंग, साइबर धोखाधड़ी और पहचान की चोरी शामिल है। साइबर अपराध के शिकार फरियादियों की थाने स्तर पर ही मदद करने के लिए दिन शनिवार को पुलिसकर्मियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिला पुलिस नियंत्रण कक्ष डिंडोरी में प्रत्येक थाने से थाना प्रभारी सहित 03 – 03 पुलिसकर्मियों को बुलाया गया था। राज्य साइबर में कार्य कर चुके उप निरीक्षक हिमांशु चौहान व आरक्षक सुरेश भटेरे ने सभी को साइबर अपराधो के जांच की बारीकियों के बारे में जानकारी दी। अब प्रशिक्षण प्राप्त पुलिसकर्मी सायबर अपराध की जांच के साथ ही लोगों को साइबर अपराध से बचाने के लिए जागरूक भी करेंगे। साइबर अपराध के रोकथाम व इन्वेस्टिगेशन के लिए ऑनलाइन पोर्टलों पर प्रशिक्षण प्राप्त किए जाने के लिए संचालन एवं क्रियान्वयन के संबंध में सभी को जानकारी उपलब्ध कराई गई। साथ ही क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टिगेशन की कार्य प्रणाली के विषय में बताया गया एवं साइबर अपराधों के संबंध में बरते जाने वाली सावधानियों की जानकारी दी गई। टोल फ्री नंबर 1930 व cybercrime.gov.in वेबसाइट के संबंध में दिशा निर्देश दिए गए। कार्यशाला में एएसपी जग्गनाथ मरकाम, SDOP बजाग पुरुषोत्तम सिंह मरावी, रक्षित निरीक्षक सूबेदार अभिनव राय सहित सभी थाना चौकी प्रभारीगण मौजूद रहें। डिंडोरी पुलिस कप्तान वाहनी सिंह का मानना है कि साइबर अपराध वर्तमान में बड़ी चुनौती है, ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए पब्लिक अवेयरनेस बहुत जरूरी है, हमें खुद को सचेत रहने की जरूरत है। ऑनलाइन गतिविधियों को लेकर बिल्कुल सजग रहें और किसी के बहकावे में न आएं, हमारा उद्देश्य यहीं है कि साइबर अपराधों पर रोक और आने वाली शिकायतों का तुरंत निस्तारण हो। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ऑनलाइन खरीद वाले विज्ञापन व अप्रमाणित लिंक साइबर अपराध होने की तरफ इशारा करते हैं। इनसे हमें बच कर रहना होगा। हमारा प्रयास यह है कि हम साइबर अपराध के प्रति पुलिस को अधिक सक्षम व दक्ष बनाएं और लोगों को भी साइबर अपराध के संबंध में अधिक जागरूक करें। एक्सपर्ट्स ने उपस्थित सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को होने वाले साइबर क्राइम पर पुलिस का पहला रिस्पांस क्या होना चाहिए इसे लेकर जानकारी दी, कार्यशाला में मुख्य रूप से पीड़ित की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए उसे तुरंत मदद पहुंचाने को लेकर चर्चा हुई, कुछ ऐसे टूल्स के बारे में भी जानकारी दी गई जिसकी मदद से पुलिस साइबर अपराधियों तक पहुंच सकती है।