हेमोविजिलेंस, दाता निगरानी और स्वैच्छिक रक्तदान पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन
जबलपुर दर्पण। राष्ट्रीय जैविक संस्थान नोयडा में तीन दिवसीय हेमोविजिलेंस, दाता निगरानी और स्वैच्छिक रक्तदान पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका आयोजन भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और भारत की रक्तदाता संगठनों के द्वारा किया गया। जिसमें पूरे देश से विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। जिसमें मध्यप्रदेश से थैलेसीमिया जनजागरण समिति की ओर जबलपुर से विकाश शुक्ला ने प्रतिनिधित्व किया, इस दौरान उनका सम्मान भी किया गया।
इस तीन दिवसीय कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य स्वैच्छिक रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना और हेमोविजिलेंस तथा दाता निगरानी के महत्व को समझाना था। इस कार्यशाला ने रक्तदान के प्रति समाज में जागरूकता फैलाने और इसे एक नियमित प्रक्रिया बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। आयोजन समिति ने सभी प्रतिभागियों से अनुरोध किया कि वे अपने.अपने क्षेत्रों में स्वैच्छिक रक्तदान को प्रोत्साहित करें और इस महान कार्य में अपना योगदान दें। आयोजन में डाउन मेमोरी लेन नामक डॉक्यूमेन्टरी प्रस्तुत की गई, इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान परिदृश्य, स्वास्थ्य प्रणाली में रक्त सेवाओं का महत्व, रक्त संक्रमण सेवाओं का विश्व परिदृश, भारत में थैलेसीमिया की चुनौतियां, स्वैच्छिक रक्तदान में सरकारी, कॉर्पोरेट, निजी भागीदारी, रक्त और रक्त घटकों का तर्कसंगत उपयोग आदि पर विशेष जोर दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुभाष मणि सिंह ने की।