ह्रदय मात्र राम नाम रखते हैं शिव
जबलपुर दर्पण। प्रत्येक स्थिति-परिस्थिति में प्रसन्न रहना भगवान शिव से सीखना चाहिए।भगवान शिव बड़े भोले हैं और जो भोला है,वही दुनिया का नाथ बनने की पात्रता रखता है।शिवजी ने भीतर से अपने आपको इतना शक्तिसंपन्न,उच्च विचारयुक्त,धीर,गंभीर,सहनशील,धैर्यवान,मान-अपमान मुक्त बना रखा है कि संसार की कोई भी स्थितियाँ उन्हें विचलित नहीं कर पाती हैं।शिवजी अपने हृदय में केवल राम नाम को रखते हैं,बाकी सब बाहर ही छोड़ देते हैं।जिनके हृदय में प्रभु श्रीराम हैं,उन्हीं के जीवन में विश्राम भी है।भगवान शिव अन्तर्मुखी हैं,स्वयं में स्थित रहते हैं।मजबूत बनो, ताकि हर स्थिति का मुस्कुराकर सामना कर सको।एक बात और जो भोलेनाथ अर्थात कपट रहित सरल एवं सहज है,वही दुनिया का नाथ अर्थात सबके हृदय में बस जाने वाला भी बन जाता है, उक्त उद्गारश्री नर्मदेश्वर महादेव का महा रूद्राभिषेक, षोडशोपचार पूजन में नरसिंह मंदिर शास्त्री ब्रिज मेंश्री नरसिंहपीठाधीश्वरडॉ. स्वामी नरसिंह दास जी महाराज ने कहेभगवान आदिदेव नर्मेदेश्वर महादेव का आक धतूरा रजनीगंधा गुलाब गेंदा अपराजिता मोगरा चंपा के फूलों, बिल्वपत्रों से श्रृंगार कियाश्रावण मास महोत्सव के अवसर पर हनुमान दास जी.रामजी पुजारी. लालमणि मिश्रा. प्रवीण चतुर्वेदी. रामफल शास्त्री. संदीप मिश्रा. हरीओम. संदीप, अमित सुनील सहित भक्त जनों की उपस्थिति में पूजन. कामता महाराज , हिमांशु प्रियांशु ने संपन्न कराया ।श्रावण मास महोत्सव में नरसिंह मंदिर में नर्मेदेश्वर महादेव जी का प्रतिदिन सुबह 9 बजे से रुद्राभिषेक पूजन अर्चन में सभी भक्तों से उपस्थिति का आग्रह हैं ।