समरसता सेवा संगठन ने किया वीर दुर्गादास राठौर और रानी अवंती बाई लोधी की जयंती पर विचार गोष्ठी का आयोजन
जबलपुर दर्पण। इतिहास को उसके वास्तविक रूप में जानना, पढ़ना, और पढ़ाना आज के समय की महती आवश्यकता है। अगर हम अपनी पहचान को भूलते हैं, तो हमारे अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगता है, जैसा कि पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों के उदाहरण से स्पष्ट है। यह विचार समरसता सेवा संगठन द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी और सम्मान समारोह में व्यक्त किए गए, जिसमें वीर दुर्गादास राठौर और वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी की जन्मजयंती मनाई गई। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य इतिहास को सही ढंग से समझना और समाज में समरसता को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम का आयोजन आर्य समाज मंदिर में किया गया, जहाँ प्रमुख अतिथि श्री भीष्म सिंह राजपूत, मुख्य वक्ता श्री प्रशांत बाजपेई, विशिष्ट अतिथि श्री अनिमेष अटल, और समरसता सेवा संगठन के अध्यक्ष श्री संदीप जैन उपस्थित थे।
मुख्य वक्ता श्री प्रशांत बाजपेई ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे वीर पुरुषों और देवियों ने जो बलिदान दिए, वह राष्ट्र के प्रति उनके असीम प्रेम का प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास के सही ज्ञान के अभाव में समाज में विभाजन की प्रवृत्ति बढ़ती है, जिसे रोकने के लिए समरसता को व्यवहार में लाने की आवश्यकता है।
मुख्य अतिथि श्री भीष्म सिंह राजपूत ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि आज के युवा पीढ़ी को महापुरुषों के इतिहास से प्रेरणा लेकर समाज और देश के लिए कुछ महत्वपूर्ण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समरसता सेवा संगठन द्वारा विभिन्न जातियों और समाजों के लोगों को एक मंच पर लाना एक सराहनीय प्रयास है।
विशिष्ट अतिथि श्री अनिमेष अटल ने कहा कि हमारा इतिहास गुलामी का नहीं, बल्कि संघर्ष का रहा है, और इसे नई पीढ़ी तक पहुंचाना आवश्यक है। समरसता सेवा संगठन इस दिशा में प्रशंसनीय कार्य कर रहा है, और सभी को इस प्रयास में सहयोग देना चाहिए।
समरसता सेवा संगठन के अध्यक्ष श्री संदीप जैन ने संगठन के उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए कहा कि यह संगठन समरसता के भाव को पुनः स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में समाज के विभिन्न लोगों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शहर के कई प्रमुख लोग उपस्थित थे, जिनमें हरिशंकर विश्वकर्मा, ईश्वर सिंह ठाकुर, रामजी अग्रवाल, पंकज शुक्ला, और अन्य गणमान्य शामिल थे।
कार्यक्रम का संचालन धीरज अग्रवाल ने किया, और आभार प्रदर्शन संगठन के सचिव उज्ज्वल पचौरी ने किया।