प्रशासनिक कार्रवाई के बाद एक बार फिर, समनापुर में सक्रिय हुए झोलाछाप डॉक्टर
डिंडोरी, जबलपुर दर्पण ब्यूरो। जिले भर में कुछ दिन पहले झोलाछाप डॉक्टरों पर शासन-प्रशासन द्वारा की गई दिखावा की कार्रवाई के बाद अब एक बार फिर से कुछ नए झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हो गए हैं। कुछ कथित झोलाछाप डॉक्टर सक्रियता से ईलाज कर मनमानी पूर्वक फीस की वसूली कर खुद की दवाई दुकानों पर दवा की पर्ची देकर भेज रहे हैं। गौरतलब है कि आदिवासी बाहुल्य जिला में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर नहीं है, लोगों के बेहतर इलाज करने सरकारी तंत्र काम नहीं कर रहा। बीमारियों से ग्रस्ति लोगों को मजबूरन जिले से बाहर जाकर इलाज करवाना पड़ रहा है। एक तरफ जिले भर के चिन्हित गांवों में स्वस्थ सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से उप स्वास्थ्य केंद्र खोले गए हैं, वहीं दूसरी ओर खोले गए उप स्वास्थ्य केन्द्र केवल दिखावे के ही साबित हो रहे हैं। लाखों करोड़ों खर्चा होने के बाद भी उप स्वास्थ्य केंद्रों पर ग्रामीण जनों को इलाज नहीं मिल पाता, जिससे प्राइवेट डॉक्टरों पर ही लोगों की निर्भरता बढ़ जाती है। इस आदिवासी बाहुल्य जिला में शिक्षा का अभाव बना हुआ है, जिस कारण बीमारियों से ग्रस्ति लोगों से झोलाछाप डाक्टर फायदा उठा रहे हैं। ताजा मामला आदिवासी बाहुल्य जिले के समनापुर मुख्यालय से सामने आया है, जहां पर फर्जी डाक्टर गोलदार जनपद मुख्यालय के गांधी चौंक के पास धड़ल्ले से किलिनिक का संचालन कर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहा है। इसी तरह मुख्यालय में ही बीच बाजार मदन मेडिकल के पास फर्जी डाक्टर ललित झारिया नामक व्यक्ति भी किलिनिक का संचालन मनमानी पूर्वक करते हुए फीस की वसूली कर रहे हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो उक्त फर्जी डाक्टर लम्बे समय से मरीजों के सही तरीके से इलाज नहीं कर पा रहे और मोटी रकम की वसूली कर रहे, जिसे लेकर स्थानीय लोगों ने सवाल उठाते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।