नवरात्रि पर गोंडवाना कालीन दुर्गा मढ़िया ढहाने पहुंचा केंट का अमला
जबलपुर दर्पण ।सदर बाजार गली नंबर 23 स्थित एक प्राचीन रानी दुर्गावती के शासन काल में बनी गोंडवाना कालीन मढ़िया पर जब केंट बोर्ड का अमला बुल्डोजर चलाने पहुंचा तो महिलाओं ने कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया। मढ़िया बचाने खड़ी हुई महिलाओं का कहना था कि उक्त स्थल काफी प्राचीन है। कई पीढ़ियों से हम वहां पूजन करते चले आ रहे हैं, लिहाजा वे मढ़िया को नहीं हटाने देंगी। वहीं केंट बोर्ड के अधिकारियों का कहना था कि पूरी कार्यवाही मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश पर की जा रही है। कोर्ट ने दो दिन के अंदर मढ़िया हटाने के निर्देश
टेंडर व निर्माणाधीन भवन का डिजाइन तैयार करते हुए काम प्रारंभ करा दिया था। शर्तों के तहत तीन माह में निर्माण कार्य पूरा किया जाना था, लेकिन मंदिर का छत डाले जाने के बाद से वहां निर्माण को लेकर विवाद खड़ा हो गया था, दिए हैं। समाचार लिखे जाने तक महिलाएं अपनी जगह से हटने को तैयार नहीं थीं। सांसद निधि से चल रहा था निर्माण पुरात्व महत्व की मढ़िया और स्थानीय लोगों की आस्था को देखते हुए तत्कालीन सांसद ने मढ़िया के निर्माण के लिए करीब एक लाख सत्तर हजार की राशि स्वीकृत की थी। जिसके बाद सक्षम ऐजेंसी ने क्या है मामला केंट सर्वे क्र. 143/822 (भाग) गली नं. 23 सदर बाजार की शासकीय भूमि पर स्थित गोंडवाना कालीन दुर्गा मढ़िया में चल रहे निर्माण कार्य को लेकर पिछले दिनों पड़ोस में ही रहने वाले सौरभ बावरिया नामक व्यक्ति ने एमपी हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी थी। याचिका में मंदिर निर्माण को अवैध बताते हुए कार्रवाई की मांग की गई थी। जिसके बाद केंट बोर्ड की ओर से कोर्ट में प्रस्तुत अधिवक्ता ने भूमि रिकार्ड को प्रस्तुत करते हुए मढ़िया को दो दिनों के अंदर हटा देने की अंडरटेकिंग दे दी। कोर्ट ने याचिका क्र. 19773/2024 में केंट बोर्ड के अधिवक्ता द्वारा दिए गए जबाव पर मढ़िया हटाने के आदेश जारी कर दिए ।