कुलगुरु की नियुक्ति अवैध, प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर संकट: एनएसयूआई का धरना
जबलपुर दर्पण। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में लंबे समय से चल रही अनियमितताओं और छात्रों के प्रति उदासीनता के खिलाफ आज भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने जिलाध्यक्ष सचिन रजक के नेतृत्व में कुलगुरु कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई ने कुलगुरु पर गंभीर आरोप लगाए, जिसमें उनकी नियुक्ति को अवैध बताया गया। संगठन ने कहा कि कुलगुरु की नियुक्ति प्राध्यापक पद पर बिना वांछित अनुभव के की गई है, जो नियमों के विरुद्ध है। एनएसयूआई ने इस मामले की जांच मध्य प्रदेश शासन से कराने की मांग की है।
परीक्षा परिणामों में देरी से 25,000 विद्यार्थियों का भविष्य अधर में
जिलाध्यक्ष सचिन रजक ने बताया कि विश्वविद्यालय में बीए, बीएससी और बीकॉम प्रथम एवं अंतिम वर्ष के लगभग 25,000 विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम आज तक जारी नहीं हुआ है। जुलाई में परीक्षाएं संपन्न होने के बावजूद 100 दिनों के बाद भी परिणाम न आना विश्वविद्यालय की गंभीर प्रशासनिक उदासीनता को दर्शाता है। यह देरी छात्रों के शैक्षणिक और करियर योजनाओं को बाधित कर रही है, जिससे उनके भविष्य पर संकट मंडरा रहा है।
प्रशासनिक अनियमितताएं और कर्मचारियों की लापरवाही
धरना प्रदर्शन में एनएसयूआई ने विश्वविद्यालय में बाहरी तत्वों के हस्तक्षेप, कर्मचारियों की लापरवाही और छात्रों के प्रति प्रशासन की अनदेखी पर भी सवाल उठाए। संगठन ने आरोप लगाया कि छात्रों को अनावश्यक रूप से अवैध केंद्रों पर भेजा जा रहा है और उनसे फॉर्म जैसी मूलभूत सेवाओं के लिए भी अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है।
परीक्षाओं में विसंगतियां और कर्मचारियों का स्थाई स्थानांतरण न होना
एनएसयूआई ने यह भी आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय में बार-बार परीक्षा परिणामों में विसंगतियां पाई जा रही हैं, जिससे छात्रों को मानसिक और शैक्षणिक नुकसान हो रहा है। बीएएलएलबी के छात्रों का परिणाम निरस्त करने का मामला भी उठाया गया, जबकि उन्हें परीक्षा में बैठाया गया था। इसके साथ ही, विश्वविद्यालय में सालों से जमे हुए कर्मचारियों का नियमित स्थानांतरण न होने को भी संगठन ने अनियमितताओं का एक प्रमुख कारण बताया।
आगामी दिनों में आंदोलन की चेतावनी
एनएसयूआई ने चेतावनी दी है कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन में सुधार नहीं किया गया, तो वे धारा 52 के तहत आंदोलन करेंगे। संगठन ने कहा कि वे महाकौशल क्षेत्र के नागरिकों और छात्र संगठनों का समर्थन लेकर इस मामले को उजागर करेंगे।
इस प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष सचिन रजक के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष सौरभ गौतम, संगठन प्रभारी साहिल यादव और बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित थे।