सरकार पीड़ित मछुआरों के हित में निर्णय ले : कोमल रैकवार जिला अध्यक्ष
मध्य प्रदेश फिशरमैन कांग्रेस बनी मछुआरों की आवाज
जबलपुर। भले ही कोरोनावायरस ने समाज के हर व्यक्ति को संक्रमित ना किया हो लेकिन समाज में रहने वाले हर व्यक्ति को भयभीत जरूर किया और आर्थिक रूप से नुकसान अवश्य पहुंचाया है। शहर के मछुआरे भी इस के प्रभाव से अछूते नहीं रहे हैं। विगत 2 माह के लॉकडाउन के दौरान जहां मत्स्य आखेट प्रतिबंधित था। वहीं इस वक्त मछलियों के प्रजनन का समय भी चल रहा है। ऐसी स्थिति में मछुआरों की दशा और भी दयनीय हो गई है। मध्य प्रदेश फिशरमैन कांग्रेस ने मछुआरों की इस दशा से उन्हें उबारने के लिए सरकार से गुहार लगाई है। जिस दौरान विगत 2 माह से लॉकडाउन लगा था मछुआरे घर पर ही बैठे रहे और इन दिनों 15 जून से पुनः मत्स्याखेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है जिससे मछुआरों की आर्थिक दशा बड़ी दयनीय हो गई है। परिवार का भरण पोषण करना भी बहुत मुश्किल हो रहा है। मध्य प्रदेश फिशरमैन कांग्रेस के जिला अध्यक्ष कोमल रैकवार ने मछुआरों और अपने कार्यकर्ता गणों के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर संयुक्त कलेक्टर दिव्या अवस्थी को इस आशय का ज्ञापन सौंपा। जिसमें यह मांग की गई थी कि सरकार मत्स्य आखेट करने वाले मछुआरों को सहायता राशि दे अथवा उन्हें भत्ता प्रदान करें।