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रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में 2 दिन का वेबिनार आयोजित

विकास के कार्य और पर्यावरण संरक्षण पर कोविड-19 का प्रभाव

जबलपुर-कोरोना कोरोनावायरस के चलते पूरे विश्व में लॉकडाउन रखा लेकिन इस लाकडाउन के दौरान प्रकृति में अपना प्रदूषण कम रहा और लोगों को भी राहत मिली। सतत विकास एवं पर्यावरण संरक्षण पर कोविड-19 का प्रभाव विषय पर दो दिवसीय वेविनार का आयोजन रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर एवं शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय सतत विकास एवं पर्यावरण संरक्षण पर कोविड-19 का प्रभाव विषय पर वेविनार का उद्घाटन हुआ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय अतुल भाई कोठारी राष्ट्रीय महासचिव शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास ने कोविड-19 की चुनौतियों को अवसर में बदलने हेतु प्रेरित करते हुए प्रवासी मजदूरों एवं ग्रामीणों हेतु रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने पर जोर दिया तथा युवाओं को विदेश जाने से रोकने हेतु अवसर दिए जाने की बात कही विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर एन सी गौतम कुलपति महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय ने समूह में कार्य करने हेतु प्रेरित किया कुलसचिव रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय डॉ दीपेश मिश्रा सारस्वत अतिथि श्री अजय तिवारी कुलाधिपति विवेकानंद विश्वविद्यालय सागर ने भी कोविड-19 अवसरों की बात की तथा समस्या के पश्चात ग्राम स्तर पर काम करने पर बल दिया तकनीकी सत्र में प्रो ओ पी अग्रवाल पूर्व कुलपति जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर ने वर्मी कंपोस्ट में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों पर अवसर पर विस्तार से जानकारी दी द्वितीय वक्ता प्रोफेसर आर सी दुबे ने वैदिक माइक्रोबायोलॉजी पर विस्तार से प्रकाश डाला डॉ मनोज त्रिपाठी प्रधान वैज्ञानिक आईसीएआर भोपाल द्वारा फूड प्रोसेसिंग मैं अवसर पर विस्तार से जानकारी दी कार्यक्रम के अध्यक्ष और बदन में प्रोफेसर कपिल देव मिश्र कुलपति रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर द्वारा आत्मनिर्भर जबलपुर बनाने हेतु आवाहन किया गया उन्होंने शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के इस आयोजन की भूरी भूरी प्रशंसा की कार्यक्रम के संयोजक डॉ सुरेंद्र सिंह राम कुमार रजक एवं आयोजन सचिव डॉ राजेंद्र कोरिया उपस्थित रहे आयोजन समिति के सदस्य डॉ निलेश पांडे डॉ राजन दुबे दी श्री मनोज पांडे डॉक्टर घनश्याम वर्मा डॉ अजय मिश्रा डॉ मीनल दुबे श्री अमरकांत चौधरी चौधरी महावीर त्रिपाठी का महत्वपूर्ण योगदान रहा

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