फिल्टर प्लांट की मरम्मत के नाम पर पी एच ई विभाग पर खानापूर्ति के आरोप
ग्रामीणों को नहीं मिल रहा शुद्ध पेयजल
डिंडौरी/शाहपुर जिला मुख्यालय से महज 13 कि, मी, दूर ग्राम पंचायत शाहपुर में नलजल योजना का फिल्टर प्लांट वर्षो से खस्ताहाल हालत में बंद पड़ा हुआ है,लगभग दो तीन वर्ष पूर्व उक्त फिल्टर प्लांट के मरम्मत कार्य के लिए तीन लाख की राशि स्वीकृत हुई थी,जिसमें पीएचई विभाग के ठेकेदार को मरम्मत कार्य का ठेका दिया गया था, लेकिन ठेकेदार के द्वारा मरम्मत कार्य के नाम महज खानापूर्ति कर दी गई तथा पंचायत के सरपंच एवं सचिव के द्वारा ठेकेदार के द्वारा कराए गए कार्य की न तो गुडवत्ता देखी गई और न ही फिल्टर प्लांट की सप्लाई चालू कर ट्रायल किया गया था।बावजूद इसके पंचायत के जिम्मेदार के द्वारा तथाकथित ठेकेदार को राशि का भुगतान कर दिया गया, जबकि फिल्टर प्लांट आज भी बदहाल स्थिति में बंद पड़ा हुआ है। परिणाम स्वरूप ग्राम के लोगों को वर्षो से साफ पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है ग्रामीणों ने बताया की ग्राम की घुँसी नदी में डेम निर्माण के साथ पानी की टंकी तथा फिल्टर प्लांट का निर्माण किया गया था जिससे डेम का फिल्टर युक्त साफ जल की आपूर्ति ग्राम में होती थी लेकिन वर्षो से बंद पड़े फिल्टर प्लांट के चलते डेम से सीधी सप्लाई कर ग्राम में गंदगी यक्त जल की आपूर्ति की जा रही हैं जो गंम्भीर बीमारियों को आमंत्रण देने जैसा जबकि मरम्मत कार्य के लिये मिली शासन की राशि को पंचायत के जिम्मेदार सरपंच सचिव ने पी,एच, ई, विभाग के नुमाइंदों के साथ साँठगाँठ कर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया।