खनिज माफियाओं की बल्ले-बल्ले

मंडला। खनिज माफियाओं की मनमानी चरम पर पहुंच गई है। ये सभी भयमुक्त होकर मनमानी सरेआम कर रहे हैं। इनकी मनमानियों पर नकेल कंसने के लिए कोई कड़ी कार्यवाही नहीं की जा रही है। नागरिकों का आरोप है कि प्रशासनिक सांठ-गांठ के चलते खनिज माफिया मनमानी पर उतारू होकर खनिज संपदा की भारी लूट-खसोट कर रहे हैं। जहां देखो वहां प्रकृति के अनमोल खजाने की लूट पहरेदारों की मिली भगत से ही हो रही है। अवैध उत्खनन होना और खनिज संपदा को लूटना तो आम बात हो गई है लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि रेत चोरी का अवैध कारोबार काफी लंबे समय से मध्यप्रदेश के मंडला जिले में काफी फल-फूल गया है। अनेक नागरिकों का आरोप है कि जिन्हें जिन्हें खनिज संपदा की लूट को रोकने की जिम्मेदारी दी गई है वे सभी अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से नहीं निभा पा रहे हैं। सरेआम रेत चोरी हो रही है और सभी जवाबदार सांठ गांठ की वजह से हाथ पर हाथ रखे हुए हैं। रेत चोरी का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसे रोकने के लिए अंतिम व परिणामकारी कार्यवाही की अपेक्षा नागरिकों ने शासन प्रशासन से ही जताई है। इसी तरह जहां जहां स्टोन क्रेशर चल रहे हैं उनके द्वारा भी खनिज संपदा की लूट किये जाने की शंका जताई जा रही है।सूत्रों का आरोप तो यह भी है कि अधिकांश स्टोन क्रेशर अवैध तरीके से चल रहे हैं। सभी निर्धारित नियम कानून का पालन नहीं किया जा रहा है। इस तरह से खनिज माफिया मंडला जिले में दबंगता के साथ खनिज संपदा को जी जान से लूटने में लगे हुए हैं जिसकी वजह से नागरिकों में आक्रोश समाता जा रहा है। अनेक लोगों का कहना है कि यदि जल्द ही रेत चोरों पर कार्यवाही नहीं की गई तो नागरिकों का आक्रोश सड़क पर भी दिखाई दे सकता है। जनापेक्षा है सभी जवाबदार शीघ्र ध्यान दें और खनिज चोरों पर कड़ी कार्यवाही करें।