लाखों वसूली के बाद भी सुविधाएं जुटाने में नाकाम है पंचायत के जिम्मेदार कर्मी
डिंडोरी,जबलपुर दर्पण ब्यूरो। जिले के समनापुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत कुकर्रामठ गांव में स्थित वर्षों पुराने सप्ताहिक हाट बाजार में जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते बाजार में अव्यवस्था हावी है। आरोप है कि पंचायत के जिम्मेदार कर्मियों के द्वारा लाखों वसूली के बाद भी सप्ताहिक हाट बाजार में सुविधाएं जुटाने में नाकाम है। बाजार में व्यवस्थित दूकान लगाने के लिए टीन शेड,बिजली, पानी, शौचालय आदि की व्यवस्था करवाने में पंचायत कर्मीयों द्वारा कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है। एक तरफ बाजार पहुंचे व्यापारियों को सुविधाएं देने के नाम पर हर हफ्ते बाजार में व्यापारियों से मोटी रकम की वसूली की जाती रही है, वहीं दूसरी ओर सुविधाओं के नाम पर व्यापारियों को बाजार में कुछ भी नहीं मिल पा रहा है।लंबे समय से बनी समस्या का समाधान करने पंचायत के जिम्मेदार लोग भी कोई ठोस पहल नहीं कर रहे, जिससे बाजार पहुंचे व्यापारी सहित ख़रीदी करने बजार पहुंचे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों सहित व्यापारियों ने जल्द से जल्द सप्ताहिक हाट बाजार मे पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध करवाने की मांग की गई है, ताकि लंबे समय से बनी समस्या से व्यापारियों को निजात मिल सके।
पूरे बरसात के मौसम कीचड़ से सराबोर रहती है सड़कें-बताया गया कि लाखों की वसूली के बाद भी बाजार में सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाई जा रही। प्रकाश की समस्या लंबे समय से बाजार में बनी हुई है, पीने के लिए पानी भी जिम्मेदारों द्वारा उपलब्ध नहीं कराई जा रही। वर्षों पुराने सप्ताहिक हाट बाजार में सुलभ शौचालय ना होने से लोग यहां-वहां गंदगी करते हुए नजर आ रहे हैं। बताया गया कि पंचायत भवन के बगल में पेशाब करने का लोगों ने अड्डा बना लिया है, कारण की बाजार में सुलभ शौचालय लम्बे समय से नहीं है। पूरी बरसात के मौसम में बाजार की सड़कें कीचड़ से सराबोर रहती है, दूरदराज से बाजार पहुंचे लोग कीचड़ से लथपथ होकर बाजार में खरीदी करते हैं, जिससे काफी परेशानी हो रही है। गौरतलब है कि बाजार में कीचड़ इतनी होती है कि खरीदी गई सामग्रियां सहित लोगों के कपड़े भी गन्दे हो रहे हैं, बावजूद व्यवस्थित दुकानों को लगवाने,सड़कों की मरम्मत कार्य सहित बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने के लिए पंचायत के जिम्मेदार लोग वर्षों बाद भी अभी तक कोई ठोस पहल नहीं कर पाए हैं। आरोप है कि पंचायत के जिम्मेदार कर्मियों की लापरवाही की वजह से सप्ताहिक हाट बाजार से वर्षों बाद भी सुविधाएं नदारद है।