जबलपुर दर्पण सिहोरा ब्यूरो। मध्यप्रदेश के बहोरीबंद तहसील कार्यालय क्षेत्र ग्राम पंचायत कुआँ गाँव में स्थित शिद्ध शेषनाग धाम मन्दिर इतना विख्यात हैं कि दूर दराज के नाग देवता के दंश से पीड़ित व्यक्ति अगर यहाँ तुरंत पहुंच जाता हैं तो मानो उसका जीवन सफल हो गया। ये कोई नई बात नहीं है कई वर्षों से निरंतर यहाँ ऐसा ही चलता आ रहा है और चलता जायेगा।
नाग मंदिर धाम कुआ -स्थानीय लोगों के साथ साथ दूर दूर से लगें शहरी इलाकों के साथ गाँव में निवास करने वाले लोगों को जब भी सर्प दंश से अगर पीड़ित व्यक्ति इस स्थान में पहुंच गया तो उसका जीवन सफल हो जाता हैं । क्योंकि इस स्थान का महत्व इतना बड़ा है कि सर्प दंश के व्यक्तियों को मंत्रो उच्चारण से उस व्यक्ति का नाम देवता का जहर निकाल दिया जाता हैं और उन्हें बाचा के बंधन में रखा जाता हैं। जिसने श्रद्धा भाव से इसका पालन किया उसने अपने जीवन का उद्धार किया ।
नाग देवता की पूजा अर्चना की विधिविधान से सावन मास के चलते 2 अगस्त को नाग पंचमी तिथि में शेषनाग धाम कुआँ में नाग देवता की पूजा अर्चना विधिविधान से की गई। नाग देवता मन्दिर के सभी सदस्यों ने नाग देवता के समक्ष उपस्थित हो कर उनका आवाहन किया और विधि पूर्वक पूजा अर्चना करते हुए उन्हें ग्रीन वस्तुओं के साथ साथ श्री फल ,पुष्प व दूध अर्पित कर उन्हें मंत्रो के उच्चारण से उनकी आराधना की। नाग देवता मन्दिर के सदस्यों सहित अनेक लोगों को ग्रीन वस्तुओं का त्याग करना पड़ता हैं । और उनके समक्ष रखा जाता हैं।
जिससे सभी को इस नाग देवता के स्थान में आने वाली ऋषि पंचमी तिथि को सर्प दंश पीड़ित व्यक्ति को सवा किलो सीधा के साथ आना पड़ता है । नाग पंचमी को मंदिर में उपस्थित लोगों ने किया शेषनाग देवता के दर्शन के साथ पूजन अर्चना – सर्प दंश से पीड़ित व्यक्ति के लोगों ने नाग देवता के दर्शन किये और उनका प्रसाद प्राप्त किया।