शहर में भ्रमण करते हुए निकलेगा भव्य 200 कारों का क़ाफ़िला
जबलपुर दर्पण।मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में इतिहास में पहली बार प्रकृति के संरक्षण की दिशा में अलख जगाने के लिए श्री वात्सल्य सेवा धाम के तत्वाधान में एक विशाल संकल्प यात्रा और संगीतमय सुंदरकांड का आयोजन 15 नवंबर को किया जा रहा है । प्रदेश की प्राकृतिक धरोहरों को सहेजने और उनके संरक्षण की दिशा में जन जागरूकता से जुड़े इस महायज्ञ में आहुति देने समस्त संस्कारधानीवासियों साथ समिति को मिल रहा है। इस आयोजन के माध्यम से संस्कारधानी समेत प्रदेश और देश को एक संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है ताकि प्रकृति की गोद में बसे जबलपुर समेत प्रदेश के अन्य शहरों को संरक्षित किया जा सके ।
-इस प्रकृति संकल्प यात्रा और संगीत में सुंदरकांड का उद्देश्य
- प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और संवर्धन हेतु अलग आयोग का निर्माण ।
- मां नर्मदा पथ का निर्माण ।
- मध्य प्रदेश के समस्त नदियों, सहायक नदियों में मिलने वाले नाले को बंद किया जावे या उनका मार्ग परिवर्तन किया जावे ।
- मध्यप्रदेश में विगत वर्षों में सूखी 300 नदियों को जीवित किया जावे ।
- समस्त नदियों के घाटों पर हर प्रकार के पॉलिथीन 100 मीटर तक पूर्ण रूप से बंद हो।ऐसा संकल्प हम सब के द्वारा गुरु जी की उपस्थिति में उमा घाट पर लिया जावेगा ।
कार्यक्रम में एक भव्य संकल्प यात्रा का आयोजन किया जा रहा है जिसकी शुरुआत संजीवनी नगर क्षेत्र से 11:00 बजे होगी जहां से 200 कारों का काफिला शहर के विभिन्न मार्गो का भ्रमण करते हुए मां नर्मदा के तट ग्वारीघाट पहुंचेगा। यात्रा मार्ग संजीवनी नगर, गढ़ा, स्नेह नगर, मदन महल ,होम साइंस कॉलेज ,ब्लूम चौक, शास्त्री ब्रिज ,शंकराचार्य चौक होते हुए ग्वारीघाट पहुंचेगी जहां सभी प्रकृति प्रेमियों को प्रकृति को संरक्षित करने की दिशा में संकल्प दिलाया जाएगा । इसके बाद पूरा काफिला दोपहर 2 बजे मानस भवन पहुंचेगा जहां संगीतमय सुंदरकांड का आयोजन किया गया है। पूज्य श्री अभिषेक सिंह राजपूत (गुरुजी) के नेतृत्व में निकलने वाली संकल्प यात्रा और संगीतमय सुंदरकांड के आयोजन में बड़ी से बड़ी संख्या में शहरवासी जुड़ सकें इसका प्रयास किया जा रहा है। ये जानकारी पत्रकारवार्ता में मौजूद श्री वात्सल्य सेवा धाम परिवार के प्रमुख अभिषेक सिंह राजपूत(गुरुजी)संगमराज सिंह ,राहुल महावर ,दुष्यंत त्रिपाठी , विशाल सोलंकी और यतीन्द्र उपाध्याय ने दी।