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तीन दिवसीय दिव्य धर्म यज्ञ दिवस का हुआ समापन

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जबलपुर दर्पण।सतलोक आश्रम किठोदा इंदौर में जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में चल रहे विशाल भंडारा समागम 9 तारीख को संपन्न हुआ । इस तीन दिवसीय विशाल समागम में कईयों लाखो लोगों ने आकर भंडारा प्राप्त किया,ऐसा अद्भुत नजारा हमने आज तक कही नहीं देखा,किठोदा ग्राम में 11 एकड़ में फैले सतलोक आश्रम में तीनों दिन तक कही भी पैर रखने की जगह नहीं बची थी,चारो तरफ गुरुभक्ति में मस्त संगत ही नजर आ रही थी,भंडारे के लिए ऐसी व्यवस्था थी कि एक बार में 20-25 हजार लोग एक साथ भंडारा प्राप्त कर रहे है और ये सिलसिला बिना रुके लगातार तीनों दिन चौबीसों घंटे चलता रहा। हाइवे से लेकर पूरे आश्रम तक की सड़क व पूरे आश्रम को लाइट डेकोरेशन व फूलों से दुल्हन की तरह सजाया गया था,आने वाले श्रद्धालुओं के उठने,बैठने व नहाने धोने से लेकर खाने की व्यवस्था काबिले तारीफ रही,इस समागम में करीबन 30 लाख लोगो ने शिरकत की लेकिन कही भी किसी प्रकार की अव्यवस्था देखने को नहीं मिली।श्रद्धालुओं के लिए बैठने का पांडाल भी खचाखच भरा हुआ था। जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के मुखारविंद से किए गए सत्संग व संत गरीबदास जी महाराज की अमरवाणी के अखंड पाठ की वाणिया आत्मा को शांति प्रदान कर रही थी,आश्रम में संत रामपाल जी महाराज जी का सिंहासन पर स्थित स्वरूप ऐसा लग रहा है मानो संत जी स्वयं वहा विराजमान हो। वास्तव में जैसा प्रचार गांव गांव में भक्तो किया गया था वैसा ही अद्भुत भव्य नजारा यहां देखने को मिला।
आश्रम के केयरटेकर ने बताया कि कार्यक्रम के पहले दिन सतगुरूदेव जी को भोग लगने के बाद भंडारा शुरू हुआ साथ ही अमर ग्रंथ का अखंड पाठ भी प्रारंभ हुआ,दूसरे दिन के कार्यक्रम में 101 जोड़ो बिना दान दहेज के मात्र 17 मिनट में सादगीपूर्ण तरीके से विवाह संपन्न हुआ साथ ही संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायियों द्वारा 491 यूनिट रक्त का रक्तदान किया गया व 4220 अनुयायियों ने देहदान का फार्म भरकर देहदान का संकल्प लिया गया।
पार्किंग स्थल फूल हो जाने से सतलोक आश्रम के दोनो और हाईवे पर लगभग 5-5 किलोमीटर तक गाड़ियों की लम्बी पार्किंग थी, आश्रम से लगातार अनाउंसमेंट किया जा रहा था कि संगत प्रसाद पाकर तुरंत वापस हो जाए ,समागम में लाखो की संख्या में लोग आते रहे और भंडारा प्राप्त करके शांतिप्रिय तरीके से वापस हो गए जिनकी व्यवस्था के लिए 10 हजार सेवादार लगातार सेवा में लगे रहे, इस विशाल समागम में संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायियों सहित लगभग 30 लाख लोगों ने आकर भंडारा प्राप्त किया । सेवादारों ने बताया कि ये भंडारा पापनाशक भंडारा है जिसे खाने से हमारे पापकर्मो का नाश होता है और हम सतभक्ति की और आकर्षित होते है , संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा बताए प्रमाणों को देखकर व सतभक्ति मार्ग को समझकर 5598 लोगो ने निःशुल्क नमदीक्षा लेकर अपने मनुष्य जीवन को सफल किया ।

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