हिंदुत्व के संरक्षण संवर्धन में गुरु तेग बहादुर जी का है अहम योगदान

जबलपुर दर्पण। सिख पंथ सनातन धर्म का ही एक अंग है। गुरु तेग बहादुर जी ने सनातन धर्म और राष्ट्र रक्षा के लिए अपने प्राणों तक का बलिदान कर दिया । उनके बताए मार्ग से ही हिंदुत्व और राष्ट्र की रक्षा हो सकती है । उक्त उद्गार भारत रक्षा मंच द्वारा गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान दिवस पर नरसिंह मंदिर में आयोजित विचार गोष्ठी में स्वामी अनूप देव जी महाराज ने मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किए। कार्यक्रम अध्यक्ष सरदार मनप्रीत सिंह आनंद ने कहा कि वास्तव में हिंदुत्व की रक्षा के लिए ही सिख पंथ की स्थापना हुई है। हर हिंदू परिवार का बड़ा पुत्र सरदार बनता था और धर्म की रक्षा करता था। विशिष्ट अतिथि व मदन महल गुरुदारा के सचिव रंजीत सिंह भामरा ने गुरु तेग बहादुर जी के त्याग और बलिदान का हृदयस्पर्शी चित्रण किया। सनातन धर्म महासभा के अध्यक्ष श्याम साहनी ने राष्ट्रहित में हिंदू और सिक्खों को कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने की बात कही।विशिष्ट अतिथि श्रीमती सुनीता कौर हंस,संभागीय महिला प्रमुख श्रीमती बालेंदु सोनी तथा नव निर्वाचित महानगर संगठन मंत्री अभय खरे एवं नव निर्वाचित महानगर महिला संगठन मंत्री श्रीमती अंजनी पांडे ने गुरु तेग बहादुर जी के त्याग और बलिदान को नमन किया।
इस अवसर पर प्रांत मंत्री जीवेश पांडे, महानगर महामंत्री सूबेदार नरेंद्र मिश्रा,महानगर महिला प्रमुख श्रीमती मंजू इंगले, सरदार जसप्रीत सिंह आनंद,सरदार गुरुप्रीत सिंह भाटिया, अमन बिंद्रा,सरदार सुरजीत सिंह,संतोष मिश्रा,अखिलेश तिवारी,सुनील कुमार जैन,अजेश तिवारी,अभय प्यासी,अखिलेश उपाध्याय,राजेंद्र मिश्रा,सुधीर पांडे,सीमा मिश्रा,संजना सिंह,विनीता मिश्रा,के के दुबे, डॉ. विवेक चंद्रा,मधुबाला शर्मा,संजीत उइके,उमाकांत मालवीय ,कुलदीप त्रिपाठी,सुमित प्यासी,श्रीराम प्यासी,सुनील बर्मन,राजेश बर्मन,हीरेंद्र यादव तथा मनु प्यासी सहित बड़ी संख्या में मंच के कार्यकर्ता तथा राष्ट्रभक्त उपस्थित थे।