माता ही प्रथम गुरु : भागवताचार्य अनूपदेव शास्त्री
श्री राम मंदिर में कृष्ण जन्म आज
जबलपुर दर्पण। मातृत्व काल में हर मां को संस्कारित साहित्य का श्रवण चिंतन करना चाहिए क्योंकि माता के गर्भ में जो जीव पलता है वह जीवनपर्यंत मां के गर्भ में मिलीं सीख का पालन करता है । जीवन में सुख समृद्धि प्राप्त करने के लिए निरंतर हरि स्मरण करना चाहिए। उक्त उद्गार गोलोकवासी जगतगुरु नरसिंह पीठाधीश्वर डा•स्वामी श्यामदेवा चार्य जी महाराज जी के कृपा पात्र भागवताचार्य अनूपदेव महाराज के मुखारविंद से श्रीमद्भागवत कथा के तृतीय दिवस श्री राम मंदिर मदन महल में कहे। श्रीमद्भागवत कथा पुराण में पं राम कुशल पांडे मुख्य यजमान सुभाष चंद्र खत्री एवं अंजू खत्री , गुलशन मखीजा, गीता पांडे, रोशनी नारंग, मीना महाजन, विजया अरोरा, सुदेश खुराना, मनोज नारंग, मनीष पोपली, गुरूदास मल शर्मा, जवाहर महाजन, अनिल चंडोक सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त जनों की उपस्थिति रही। आज श्रीमद्भागवत कथा पुराण में श्रीराम, श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा होगी।