जबलपुर दर्पणमध्य प्रदेश

सरकार जनता के प्रति अपनी संवेदनहीनता और अकर्मण्यता से तत्काल बाज आये : तरुण भनोत

बढ़े हुए बिजली बिल और उपभोक्ताओं के लगातार शिकायत पर पूर्व वित्त मंत्री ने सरकार के प्रति जताया आक्रोश

जबलपुर दर्पण। शिवराज सरकार की करनी और कथनी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश मे सर्वाधिक सस्ती बिजली उत्पादन करने वाला प्रदेश अपने ही प्रदेशवासियों को सबसे महंगे दरों पर बिजली बेच रहा है | प्रदेश मे होइडल के माध्यम से बड़े स्तर पर बिजली उत्पादन किया जा रहा है, उसके बाद भी तीन रुपये प्रति यूनिट मिलने वाली बिजली हमारे प्रदेश मे सर्वाधिक 9 रुपये प्रति यूनिट बेचा जा रहा है | प्रदेश का ऊर्जा विभाग मनमाने ढंग से बिजली उपभोक्ताओं से बिजली के अनाप-शनाप बिल की वसूली करने पर आमदा है, जबकि राजस्व के नाम पर अत्याधिक वसूली के बाद भी प्रदेश की विद्धुत कंपनियां अपने इतिहास के सबसे बुरे दौर से गुजरने पर मजबूर है | उक्त आरोप प्रदेश सरकार मे पूर्व वित्त मंत्री एवं जबलपुर पश्चिम से विधायक श्री तरुण भनोत के द्वारा बिजली उपभोक्ताओं के बढ़े हुए बिल और उनकी शिकायतों के परिपेक्ष्य मे प्रदेश सरकार पर लगाया है |
श्री भनोत ने बताया कि प्रदेश भाजपा सरकार और ऊर्जा विभाग के जबरन वसूली से जहां एक तरफ प्रदेश के उपभोक्ता और आमजनता बढ़े हुए बिजली बिल से परेशान है वही बिजली कंपनियों मे कार्यरत नियमित, संविदा और ठेका श्रमिकों की तमाम समस्याओं का सरकार के पास कोई समाधान नही है | प्रदेश सरकार और ऊर्जा विभाग की लापरवाही, उदासीनता और उपेक्षा के कारण प्रतिवर्ष हजारों की संख्या मे आवश्यक उपकरण और लाइफ जैकेट्स के अभाव मे जोखिम भरे काम करते हुए कर्मचारियों की मौतें हो रही है और हजारों की संख्या मे विद्धुत कर्मचारी स्थायी अपंगता का शिकार हो रहे है |
गौरतलब है कि कमलनाथ के नेतृत्व मे कांग्रेस सरकार के 15 महीने के कार्यकाल मे प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देते हुए उपभोक्ताओं को उनके उपयोग के अनुसार न्यूनतम बिजली बिल का प्रावधान किया गया था ताकि प्रदेश मे आर्थिक रूप से कमजोर और गरीब परिवार को भारी-भरकम बिजली बिल से राहत देकर उनके बचत को बढ़ाने का बेहतर प्रयास था, किन्तु अनैतिक रूप से विधायकों की खरीद-फरोख्त कर प्रदेश मे जनमत की हत्या कर सत्ता मे काबिज हुई भाजपा सरकार फिर से प्रदेश के 7.5 करोड़ जनता के खून-पसीने की गाढ़ी कमाई को लूटने मे लगी है |
श्री भनोत ने आरोप लगाते हुए बताया कि अत्याधिक बिजली बिल से परेशान उपभोक्ता जो बिल लेकर निराकरण के लिए बिजली कार्यालयों के चक्कर काटती थे, अब सरकार ने बिजली बिल देने के बजाये बिल को पेपरलेस कर दिया है ताकि आम उपभोक्ताओं के पास निराकरण के सभी रास्ते एक साथ बंद हो जाएं | उन्होंने बताया कि प्रतिदिन उनके कार्यालय मे क्षेत्र के अनेकों बढ़े हुए बिजली बिल की शिकायतें आ रही है और विभाग द्वारा पेपरलेस बिल शुरू करने के बाद से लेकर अबतक उपभोक्ताओं के निराकरण को लेकर 500 से अधिक पत्र लिखे जा चुके है | श्री भनोत ने चेताया कि सरकार और बिजली विभाग अपनी संवेदनहीनता और अकर्मण्यता से बाज से आए नही तो बढ़े हुए बिजली बिल और उपभोक्ताओं की समस्याओं को लेकर कांग्रेस पार्टी सरकार के खिलाफ सड़कों पर तीव्र आंदोलन करेगी।

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