डॉ. इंदिरा दांगी को मिला गायत्री कथा सम्मान
जबलपुर दर्पण। सुप्रसिद्ध कथा लेखिका डॉ. गायत्री तिवारी की स्मृति में पाथेय साहित्य कला अकादमी द्वारा कला वीथिका में आयोजित भव्य समारोह में भोपाल की राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथा लेखिका डॉ.इंदिरा दांगी को छंटवे गायत्री कथा सम्मान से नबाजा गया। सम्मान स्वरूप नगद राशि, शाल, श्रीफल अलंकरण प्रदान किया। आयोजन के मुख्य अतिथि पूर्व महापौर प्रभात साहू थे। अध्यक्षता डॉ. राजकुमार सुमित्र ने की। सारस्वत अतिथि महाकवि आचार्य भगवत दुबे थे। डॉ. सुमित्र ने कहा कि मनुष्य की कल्पनायें भी उसके मानसिक जीवन का यथार्थ होती हैं। इन्हीं कल्पनाओं के साथ वर्तमान स्थितियों और मानवीय करूणा के कारण साहित्यकार समाज के स्वस्थ विकास और उन्नति के लिये सृजन करता है। ऐसा सृजन ही सार्थक सृजन होता है जिससे मनुष्य के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सके। प्रभात साहू ने डॉ.गायत्री तिवारी की सृजन एवं समाज सेवाओं का उल्लेख करते हुये कहा कि साहित्यकार युग दृष्टा होता है। उसका सम्मान समाज की मूल भावना का सम्मान है। महाकवि आचार्य भगवत दुबे ने समसामयिक साहित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ. गायत्री तिवारी ने मूल्यपरक सृजन किया ।मौसमी परिहार ने डॉ दांगी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।
डॉ.दांगी को पाथेय साहित्यकला अकादमी से डॉ. भावना शुक्ल, राजेश पाठक ‘प्रवीण’, डॉ. हर्ष तिवारी, जगदीश कंथारिया (किशनगढ), प्रेमनारायण शुक्ल (नोयडा), राधिका चरण तिवारी (टीकमगढ़), मोहनी तिवारी ने सम्मानित किया ।बाल विदुषी प्रियम तिवारी की उद्घोषणा के बाद कार्यक्रम का शुभारंभ राजेश शास्त्री के स्वस्तिवाचन से हुआ।
गायत्री सृजन सम्मान
द्वितीय सोपान में गायत्री सृजन सम्मान से शरीर सौष्ठव के पितामह श्री बी.के. पाठक, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.शोभा नेलसन, साहित्यकार देवेन्द्र गोंटिया देवराज, गिरीश बिल्लारे ‘मुकुल’, पत्रकार सुनील साहू ,कथाकार अनिता सिंह भोपाल के साथ कलासाधिका अस्मिता शैली को सम्मानित किया गया। समारोह में प्रतुल श्रीवास्तव, विजय जायसवाल, संतोष नेमा, विजय नेमा, छाया त्रिवेदी, अर्चना मलैया, प्रवीण मिश्रा,डॉ.सलपनाथ यादव, राजेन्द्र तिवारी,अनिमेष शुक्ल,शरणजीत सिंह,शशिकला सेन ,प्रभा शील,गीता गीत की उपस्थिति उल्लेखनीय रहीं।
संचालन राजेश पाठक प्रवीण एवं आभार डॉ. भावना शुक्ल दिल्ली ने किया।