स्वार्थसिद्धि के लिए संस्कार धानी जबलपुर का नाम ना करें ख़राब
जबलपुर दर्पण। मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर ने एक जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि प्रदेश के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री ने शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए सर्वप्रथम एक अभिनव प्रयास किया उन्होंने प्रदेश के विभिन्न जिलों में उच्च गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु सी ऍम राइज नाम से एक योजना तैयार की निरीक्षण परीक्षण अवलोकन, चिंतन -मनन, आपसी वार्तालाप, भविष्य में आने वाली परेशानियों से निपटने जैसे सभी बिन्दुओ पर अध्यनन उपरांत सी ऍम राइज स्कूल प्रारम्भ करने की विधिवत अनुमति दी। इस महत्वकाक्षी योजना का श्रीगणेश हुआ आनन फानन में जो अतिआवश्यक था वो सामग्री प्रत्येक जिले के चुनिंदा विद्यालयों को उपलब्ध करवाकर उन्हें सी ऍम राइज स्कूल घोषित किया गया। इन विद्यालयों में सर्वप्रथम तो उन प्राचार्यों की नियुक्तियां की गयी जो कुशल प्रशासक के साथ साथ अनुशासनप्रिय विषय विशेषज्ञ भी हों इसके बाद बाकी पदों पर भी इसी प्रकार नियुक्तियां हुई जिसके लिए एक सामान्य परीक्षा का भी आयोजन किया गया। सर्वोत्तम विधि से सर्वश्रेष्ठओ का चयन कर सी ऍम राइज स्कूलों की शुरुआत हुई। अब थोड़ा बहुत तो कम अधिक हो ही जाता है जब इतना बड़ा कार्यक्रम तय किया जाये। संगठन के जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर,पवन सोयाम, रामदयाल उइके, अमर सिंह, आकाश भील,रामकिशोर इपाचे, अजय श्रीपाल,दशरथ मरावी, राजेंद्र प्रधान ने विरोध दर्ज कराया।