गोपनीय चरित्रावली(सी आर )प्रतिवेदन प्रस्तुत करने भटक रहे लोकसेवक
प्रति वर्ष संधारित की जावे गोपनीय चरित्रावली -मांग
जबलपुर दर्पण। मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर के अनुसार वर्तमान संस्था प्रमुखो/सक्षम अधिकारीयों द्वारा भिन्न -भिन्न तरीकों से परेशान किया जा रहा है तथा भटकाया जा रहा है जबकि नियमानुसार प्रत्येक वर्ष/सत्र के अन्तिम माह में समस्त लोकसेवकों की गोपनीय चरित्रावली प्रतिवेदन तैयार कर उसकी सेवा पुस्तिका रिकॉर्ड में संस्था प्रमुखो को दर्ज कर संधारित करना चाहिए ना कि एक बार में पांच साल की गोपनीय चरित्रावली प्रतिवेदन तैयार करना चाहिए। मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर ने बताया कि पूर्व में प्रति वर्ष शासकीय कर्मचारियों की गोपनीय चरित्रावली प्रतिवेदन तैयार कर संधारित होती थी। लोक सेवको को इस तरह यहाँ -वहाँ भटकना नहीं पड़ता था। मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के दिलीप सिंह ठाकुर, जी आर झारिया, अरविन्द विश्वकर्मा, भास्कर गुप्ता, नितिन तिवारी, आदेश विश्वकर्मा, विश्वनाथ सिंह,आकाश भील, ऋषि पाठक, दुर्गेश खातरकर, अजब सिंह, राकेश मून, चंद्रभान साहू, सुधीर गौर, सतीश खरे,सुल्तान सिंह, इमरत सेन, देवराज सिंह, विष्णु झारिया, अफ़रोज़ खान, कमलेश दुबे, भोजराज विश्वकर्मा, महेश प्रसाद मेहरा, विशाल सिंह, राशिद अली, डेलन सिंह, रामकिशोर इपाचे, रामदयाल उइके, पवन सोयाम,अंजनी उपाध्याय, भोगीराम चौकसे, पंकज जैन, पुष्पा रघुवंशी, ब्रजवती आर्मो, अर्चना भट्ट, रेनू बुनकर, सुमिता इंगले, अम्बिका हँतिमारे, चंदा सोनी, शबनम खान, शायदा खान, प्रेमवती सोयाम, राजेश्वरी दुबे, गीता कोल, सरोज कोल इत्यादि ने शासन प्रशासन से मांग की है, कि सक्षम अधिकारी /संस्था प्रमुख पूर्व की तरह प्रत्येक विभाग में प्रत्येक लोक सेवक की प्रति वर्ष गोपनीय चरित्रावली तैयार कर उनकी सेवा पुस्तिका रिकॉर्ड फ़ाइल में संधारित करें एवं समय समय पर वरिष्ठ कार्यालय द्वारा चाही गयी जानकारी समय पर प्रेषित करें, जिससे की लोक सेवकों को यहाँ -वहाँ भटकना ना पड़े।ऐसा निर्देशित करने का कार्य करें।