सत्संग बना विवाह मंडप, 17 मिनट में संपन्न हुई दहेज रहित शादी
कटनी दर्पण : बीते रविवार 30 अप्रैल को मध्यप्रदेश की चूना नगरी कहे जाने वाले कटनी जिले के और भारत के केंद्रबिंदु करौंदी से महज दस किलोमीटर दूर ढीमरखेड़ा में एक दिवसीय जिला स्तरीय सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें एक जोड़े का दहेज मुक्त विवाह भी सम्पन्न हुआ। यह सादगी पूर्ण शादी संत रामपाल जी महाराज के शिष्य भक्त ब्रजलाल दास पिता घुड़न लाल निवासी जिला छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश ने प्रियंका दासी पिता उदय दास निवासी जिला कटनी मध्यप्रदेश के साथ मात्र 17 मिनट में गुरुवाणी से, 33 करोड़ देवताओं की स्तुति को आधार मानते हुए संपन्न की। ऐसी आडम्बर रहित, दहेज रहित शादी मानव समाज के लिए एक अनोखी मिसाल है, जो मानव समाज के लिए अनुकरण करने योग्य है। इस शादी की व्यवस्था बिल्कुल साधारण रही, जो जनसाधारण मानव समाज के लिए सर्वोत्तम है। समाज में फैली दहेज प्रथा व अन्य कुरीतियों के उन्मूलन के लिए संत रामपाल जी महाराज ने विश्व स्तर पर स्वच्छ समाज निर्माण की पहल की है, जो अनुकरणीय व अनुसरणीय है। वहीं देशभर के कोने-कोने में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में हो रहे दहेज मुक्त विवाह आश्चर्य और चर्चा का विषय बने हुए हैं। क्योंकि ये विवाह न केवल दहेजमुक्त हैं बल्कि इसमें किसी भी प्रकार की कोई भौतिकखर्ची का उपयोग नहीं किया जाता है। मात्र 17 मिनट में सम्बद्ध परिजनों की उपस्थिति में बिना दिखावे, दहेज, घोड़ी, बैंड बाजे के साधारण वेशभूषा में संत रामपाल जी के अनुयायी विवाह कर रहे हैं। जिसमें न मनुष्य अनावश्यक रूप से एकत्रित होता है और न ही कोई अनुष्ठान किया जाता है। मात्र 17 मिनट में गुरुवाणी पढ़कर वर व वधु परिणय सूत्र में बंध बन जाते हैं।