पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ियों से प्रदेश के लाखों युवाओं के साथ छलावा
जबलपुर दर्पण। मध्यप्रदेश परीक्षा चयन मंडल द्वारा 9000 पदों के लिए आयोजित की गई पटवारी परीक्षा में उजागर हुई अनियमितताओं एवं गड़बड़ियों की उच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग को लेकर युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों ने प्रदेश महासचिव रिज़वान अली कोटी के नेतृत्व में संभागीय उपायुक्त श्रीमती दिव्या अवस्थी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
विज्ञप्ति के द्वारा युवा कांग्रेस के महासचिव रिज़वान अली कोटी ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार विगत माहों में मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा 9000 पटवारी के पदों के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी, उक्त परीक्षा में शामिल होने के लिए प्रदेश के लगभग 15 लाख युवाओं ने आवेदन किया था, जिसका परीक्षा परिणाम जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में घोषित किया गया था, परिणाम आने के बाद से ही पटवारी परीक्षा संदेह के घेरे में है। ग्वालियर जिले के कॉलेज, जो कि भाजपा विधायक संजीव सिंह कुशवाहा का कॉलेज है, में शामिल परीक्षार्थियों के परिणाम संदेहास्पद हैं, कुल 9000 पदों में से लगभग 114 परीक्षार्थी अकेले इस कॉलेज से चयनित हुए हैं, संदेह का बढ़ना इसलिए भी स्वाभाविक है क्योंकि प्रदेश स्तरीय टॉप 10 में से 7 परीक्षार्थी भी इसी कॉलेज से परीक्षा में शामिल हुए थे।
संगठन पदाधिकारियों के अनुसार नोर्मलाइज़ेशन के नाम पर भी अंकों में हेराफेरी जैसे गंभीर आरोप छात्रों द्वारा लगाए जा रहे हैं। इस तरह के आरोप प्रदेश की गरिमा के साथ साथ परीक्षा एजेंसियों की निष्पक्षता पर भी बड़ा प्रश्नचिन्ह है। अब तक मध्यप्रदेश के माथे पर व्यापमं जैसे कलंक का दाग धुला भी नहीं था कि फिर पटवारी परीक्षा के तथाकथित घोटाले ने मध्यप्रदेश को शर्मसार किया है। इसलिए उक्त पटवारी परीक्षा की माननीय उच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई जांच करवाई जाए ताकि मेहनत करने वाले प्रदेश के लाखों युवाओं और छात्रों को न्याय मिल सके।
ज्ञापन के दौरान मज़हर उस्मानी, रॉबिन तिवारी, बादल पंजवानी, रघु तिवारी, कपिल भोजक, डब्बू तिवारी, सागर शुक्ला, शेख फारुख, तौफ़ीक़ चंकी, रिंकू बदलानी, राहुल बघेल, मुख्तार अली, एजाज़ अंसारी, अदनान अंसारी, फिज्जु खान, लतीफ़ अंसारी, अहसान अंसारी, नरेंद्र ठाकुर, प्रतीक गौतम, शादाब मस्तान, रितेश, सिमरजीत नेगी, लखन श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।