बिना तैयारी परीक्षा में शामिल होंगे नन्हें -मुन्ने बच्चे
जबलपुर दर्पण। मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर के द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल द्वारा कक्षा 2 से 8 तक के बच्चों की दिनांक 25 अगस्त को जल्दबाजी में जनशिक्षा केन्द्र स्तर पर ओलंपियाड परीक्षाएं होंगी, जबकि परीक्षा पूर्व तैयारी हेतु तीन- तीन विषयों की मोटी- मोटी पुस्तकें जो कि दिनांक 17 अगस्त को स्कूलों में वितरित की गई है, अब शिक्षक इतनी तैयारी बच्चों की कैसे करवाएंगे यह एक प्रश्न चिन्ह है….? सिर्फ पन्ने ही पल्टा सकता है।
मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर के अनुसार प्राथमिक स्तर पर ओलंपियाड परीक्षा में तीन विषयों एवं माध्यमिक स्तर पर ओलंपियाड परीक्षा में छह विषयों पर परीक्षा की तैयारी हेतु समय दिया जाना चाहिए था।राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल द्वारा यदि परीक्षा तैयारी पुस्तकें जुलाई माह में वितरित कर दी गई होती तो शायद शिक्षक कुछ तैयारी करवा लेते, जबकि नन्हें- मुन्ने बच्चों को ओ.एम.आर. शीट भी भरना सिखाना होगा। बारिश के मौसम में नन्हें -मुन्ने बच्चों को जनशिक्षा केन्द्र तक अनिवार्य रूप से उपस्थित होना है वो भी बिना तैयारी किये । पहले राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल द्वारा माह सितम्बर में परीक्षा की बात कही गयी थी किन्तु जल्दबाजी में इतनी महत्वपूर्ण परीक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के दिलीप सिंह ठाकुर, विश्वनाथ सिंह, भास्कर गुप्ता, ऋषि पाठक, आकाश भील, जी आर झारिया, आदेश विश्वकर्मा,दुर्गेश खातरकर, धर्मेंद्र परिहार, नितिन तिवारी, महेश प्रसाद मेहरा, भोजराज विश्वकर्मा, अफ़रोज़ खान, रवि केवट, अजब सिंह, सुल्तान सिंह, देवराज सिंह, इमरत सेन, आसाराम झारिया, समर सिंह, सतीश खरे, विष्णु झारिया, गंगाराम साहू, भोगीराम चौकसे, चंद्रभान साहू, सुधीर गौर, सुरेंद्र परसते, कमलेश दुबे, राकेश मून, रामदयाल उइके, रामकिशोर इपाचे, पवन सोयाम, पंकज हल्दकार, मनोज कोल, पुष्पा रघुवंशी, रेनू बुनकर, दीपिका चौबे, अर्चना भट्ट, गौरी कोरी, करुणा पिल्लै, ब्रजवती आर्मो, सुमिता इंगले, प्रेमवती सोयाम, राजेश्वरी दुबे, अम्बिका हँतिमारे, भागीरथी परसते, योगिता नंदेश्वर, इत्यादि ने श्रीमान आयुक्त, राज्य शिक्षा केंद्र,भोपाल से मांग की है,कि इतनी महत्वपूर्ण परीक्षा वो भी नन्हें -मुन्ने बच्चों तैयारी हेतु परीक्षा तिथि बढ़ाई जाये, जिससे बच्चों को तैयारी हेतु कुछ समय तो मिल सकें।