बैगा बाहुल्य क्षेत्र भीमडोंगरी में मतदाता जागरूकता पाठशाला आयोजित
लोकनृत्य और लोकगीतों से दिया मतदान करने का संदेश
कलेक्टर ने कहा निर्वाचन को लोकतंत्र के उत्सव के रूप में मनायें
मंडला दर्पण। जिला प्रशासन द्वारा मतदाता जागरूकता गतिविधियों के लिए जिलेभर में लगातार अलग-अलग गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सलोनी सिडाना के मार्गदर्शन में मतदाताओं को जागरूक करने के उद्देश्य से अनेक नवाचार किए जा रहे हैं। इसी क्रम में मंडला जिले के बैगा बाहुल्य क्षेत्र भीमडोंगरी में शुक्रवार को मतदाता जागरूकता के लिए पाठशाला आयोजित की गई। इस अवसर पर जनजाति लोकनृत्य रीना, कर्मा, सैला आदि की आकर्षक प्रस्तुति दी गई। साथ ही लोकगीतों के माध्यम से मतदान के लिए मतदाताओं को प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम में श्याम बैरागी ने मतदाता जागरूकता के लिए स्थानीय भाषा में मतदाताओं को जागरूक किया। स्कूली छात्र-छात्राओं ने भी मतदाता जागरूकता के गीतों की थीम पर प्रस्तुतियां दी। कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना द्वारा सभी प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। आयोजन के दौरान विशाल मानव श्रृंखला बनाई गई तथा उपस्थित लोगों को नैतिक मतदान की शपथ दिलाई गई। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्रेयांश कूमट, सहायक कलेक्टर रवि कुमार सिहाग, जनपद सीईओ कपिल तिवारी, उप संचालक कृषि मधु अली, सहायक संचालक महिला बाल विकास रोहित बड़कुल, छात्र-छात्राएं तथा बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।
वोट, अधिकार के साथ हमारा कर्तव्य भी है
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सलोनी सिडाना ने वनांचल क्षेत्र भीमडोंगरी में आयोजित चुनावी पाठशाला को संबोधित करते हुए कहा कि 17 नवंबर को जिले की तीनों विधानसभाओं में मतदान किया जाएगा। मतदान दिवस सभी मतदाताओं के लिए यह लोकतंत्र का उत्सव है। वोट अधिकार के साथ-साथ हमारा कर्तव्य भी है। उन्हांेने उपस्थित ग्रामीणजनों से मतदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने तथा लोकतंत्र के उत्सव में सक्रियता से सहभागिता करने का आव्हान किया।
बच्चे अपने माता-पिता को समझाएँ मतदान का महत्व
जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सलोनी सिडाना ने कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों से अपील करते हुए कहा कि सभी बच्चे अपने घर के माता-पिता, बड़े-बुजुर्गों को 17 नवंबर को अनिवार्य रूप से मतदान करने के लिए प्रेरित करें। सभी बच्चे अपने घर में लोकतंत्र में मताधिकार की उपयोगिता और महत्व की जानकारी दें। कलेक्टर ने अपने संबोधन के दौरान उपस्थित लोगों को मतदान दिवस, मतदान केन्द्र, मतदान का समय तथा पहचान के रूप में उपयोग में आने वाले दस्तावेजों के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी।
इवीएम से मतदान हुआ आसान – बाबूलाल
कलेक्टर से चर्चा के दौरान 80 वर्षीय बुजुर्ग मतदाता बाबूलाल जाट ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि पहले मतदान की प्रक्रिया बहुत जटिल थी। वोट डालने में बहुत समय लगता था। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन आने से मतदान की प्रक्रिया बहुत आसान हो गई है। मशीन से निकलने वाली पर्ची हमें बताती है कि जिसे हमने वोट किया है हमारा वोट उसी को मिला है।
उमेश्वरी पहली बार करेगी वोट
बांदरबाड़ी निवासी 18 वर्षीय उमेश्वरी मरावी पहली बार मतदान करेंगी। वह मतदान को लेकर बहुत उत्साहित है। उसने कहा कि मताधिकार के रूप में उसे निर्णय लेने का अधिकार प्राप्त हुआ है। वह स्वयं वोट करेगी और अपने परिवार तथा ग्राम के अन्य लोगों को भी मतदान के लिए प्रेरित करेगी। उमेश्वरी ने कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शित डमी ईवीएम से मतदान का अभ्यास भी किया।