आईआईएफएल समस्ता बॉन्ड्स की मदद से 1,000 करोड़ रु. तक की पूंजी जुटाएगा
नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी नॉन-बैंकिंग माईक्रोफाईनेंस कंपनियों में से एक, आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस सिक्योर्ड बॉन्ड्स के अपने पहले पब्लिक इश्यू की मदद से 1,000 करोड़ रु. तक की पूंजी जुटाएगा, जिसका उद्देश्य व्यावसायिक वृद्धि और पूंजी निर्माण के लिए किया जाएगा। ये बॉन्ड अत्यधिक सुरक्षा के साथ 10.50 प्रतिशत तक का रिटर्न प्रदान करेंगे। ये इश्यू सोमवार, 4 दिसंबर, 2023 से मिलना शुरू होंगे, और शुक्रवार, 15 दिसंबर, 2023 तक मिलेंगे। आईआईएफएल समस्ता आईआईएफएल फाईनेंस का अंग है, जो भारत के सबसे बड़े रिटेल केंद्रित एनबीएफसी समूहों में से एक है, जिसके पास 73,066 करोड़ रु. के लोन एस्सेट अंडर मैनेजमेंट हैं। आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस के एमडी एवं सीईओ, श्री वेंकटेश एन ने कहा, ‘‘आईआईएफएल समस्ता अपनी 1,500 शाखाओं के द्वारा पूरे भारत में मजबूत स्थिति में मौजूद है। यह सेवाओं की कमी वाले और उनसे वंचित लोगों की क्रेडिट की जरूरतों को पूरा करता है, जो मुख्यतः अपने विस्तृत पोर्टफोलियो के साथ वंचित पृष्ठभूमि की महिला उद्यमियों पर केंद्रित है। इन बॉन्ड्स की मदद से एकत्रित किए गए फंड का उपयोग इन ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने और व्यावसायिक वृद्धि लाने के लिए किया जाएगा।’’
आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस 200 करोड़ रु. के बॉन्ड्स जारी करेगा, और उसके पास 800 करोड़ रु. तक के ओवर-सब्सक्रिप्शन (कुल मिलाकर 1,000 करोड़ रु.) बनाए रखने के लिए ग्रीन-शू का विकल्प भी होगा। आईआईएफएल समस्ता बॉन्ड 60 महीने की अवधि के लिए 10.50 प्रतिशत प्रतिवर्ष की सर्वाधिक कूपन दर प्रदान करते हैं। ये एनसीडी 24 महीने, 36 महीने और 60 महीने की अवधि के लिए उपलब्ध हैं। ब्याज के भुगतान की फ्रीक्वेंसी हर सीरीज़ के लिए मासिक और वार्षिक आधार पर उपलब्ध होगी।
इसकी क्रेडिट रेटिंग क्रिसिल रेटिंग्स लिमिटेड द्वारा क्रिसिल एए-/पॉज़िटिव और एक्विटी रेटिंग्स एंड रिसर्च लिमिटेड द्वारा एक्विटी एए। स्टेबल है, जिससे प्रदर्शित होता है कि ये इंस्ट्रूमेंट अत्यधिक सुरक्षित माने जाते हैं, और बहुत कम क्रेडिट रिस्क के साथ वित्तीय दायित्वों की समय पर सर्विसिंग प्रदान करते हैं। आईआईएफएल समस्ता को इस माह क्रिसिल द्वारा ‘स्टेबल’ से ‘पॉज़िटिव’ रेटिंग में अपग्रेड किया गया है।
आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस उन महिलाओं को किफायती और अभिनव वित्तीय उत्पाद प्रदान करता है, जो सदस्यों के रूप में पंजीकृत होती हैं, और समाज के वंचित वर्गों से संयुक्त दायित्व समूह में नियोजित होती हैं। इनमें भारत के ग्रामीण, अर्द्धशहरी और शहरी इलाकों से किसान, कृषि मजदूर, सब्जी और फल विक्रेता, कपड़ा व्यापारी, दर्जी, शिल्पकार, और गृहणियाँ एवं औद्योगिक मजदूर आते हैं।
आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस के पास सितंबर, 2023 के अंत में 12,196 करोड़ रु. के लोन एस्सेट अंडर मैनेजमेंट थे, और वित्तवर्ष 2024 के पहले छः महीनों में इसने 233 करोड़ रु. का लाभ दर्ज किया है। आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस के पास पूरे देश में 1,485 शाखाओं का विस्तृत नेटवर्क है, जिसमें 14,286 कर्मचारी काम करते हैं। आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस ने पिछले सालों में लगातार एनपीए को कम बनाकर रखा है, और यह अच्छी क्वालिटी एस्सेट पर ध्यान केंद्रित करता रहा है। 30 सितंबर, 2023 को इसके पास लोन बुक 2.11 प्रतिशत के सकल एनपीए और 0.57 प्रतिशत नेट एनपीए थे।
इस इश्यू के लीड मैनेजर जेएम फाईनेंशल लिमिटेड, आईआईएफएल सिक्योरिटीज़ लिमिटेड, नुवामा वैल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड और ट्रस्ट इन्वेस्टमेंट एडवाईज़र्स प्राईवेट लिमिटेड हैं। यह एनसीडी बीएसई लिमिटेड और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) पर सूचीबद्ध होगा, ताकि निवेशकों को लिक्विडिटी मिलती रहे। आईआईएफएल बॉन्ड 1,000 रु. की फेस वैल्यू पर जारी किए जाएंगे, और सभी श्रेणियों में आवेदन का न्यूनतम आकार 10,000 रु. होगा। इसका पब्लिक इश्यू सोमवार, 04 दिसंबर, 2023 को जारी होगा और अरली क्लोज़र के विकल्प के साथ यह शुक्रवार, 15 दिसंबर, 2023 को मिलना बंद होगा। बॉन्ड्स का आवंटन फर्स्ट कम, फर्स्ट सर्व के आधार पर किया जाएगा।