मण्डला दर्पणमध्य प्रदेशशिक्षा दर्पण

सरस्वती शिशु मंदिर के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुए राज्यपाल

राष्ट्र निर्माण में विद्याभारती के योगदान की सराहना की

दो दिवसीय आयोजन में हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम, पूर्व छात्रों और आचार्यो का हुआ सम्मान

मंडला दर्पण। मंडला में सरस्वती शिशु मंदिर के स्वर्ण जयंती समारोह में मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटैल शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रनिर्माण में विद्याभारती के योगदान की सराहना की। साथ ही उन्होंने सिकिल सेल उन्मूलन में विद्यालय की मदद मांगी। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, कैबिनेट मंत्री संपतिया उईके, विद्याभारती के क्षेत्र सह संगठन मंत्री आनंद पारधी, रानी दुर्गावती शिक्षा प्रबंध समिति अध्यक्ष विनायक तांबे सहित विद्यालय परिवार के सदस्य गण उपस्थित रहे।

सिकिल सेल उन्मूलन के लिए विद्यालय परिवार से मदद का आव्हान

अपने उद्बोधन में राज्यपाल मंगु भाई पटैल ने सरस्वती शिशु मंदिर के 50 वर्ष पूर्ण होने पर कहा कि सरकार की मदद के बिना इतने लंबे समय तक इतनी बड़ी संस्था चलना बहुत बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि 20 हजार छात्र तैयार होकर यहां से गए हैं। विद्या भारती का ये बहुत बड़ा योगदान है। राज्यपाल ने सिकिल सेल बीमारी पर चिंता प्रकट की और उससे आने वाली समस्याओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि ये अनुवांशिक बीमारी है, जिसके 95 प्रतिशत मरीज आदिवासी वर्ग के हैं। उन्होंने शादी के पूर्व जन्मकुंडली मिलान की तरह सिकिल सेल जांच किये जाने की बात कही। साथ ही उन्होंने 2047 तक सिकिल सेल उन्मूलन के लिए विद्यालय परिवार से मदद का आव्हान किया।

चाणक्य की भांति विद्यालय के आचार्य तैयार कर रहे अनेकों राष्ट्रभक्त चंद्रगुप्त

विद्याभारती के क्षेत्रीय सह संघटन मंत्री आनंद पारधी ने कहा कि देश भर में विद्याभारती संस्था से शिक्षित छात्र हैं जो देश ही नहीं विदेशों में भी अपनी सेवा दे रहे हैं। उन्होंने विद्यालय के आचार्यों को आचार्य चाणक्य की संज्ञा देते हुए कहा कि वे अनेकों राष्ट्रभक्त चंद्रगुप्त तैयार कर रहे हैं। इस दौरान केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते एवं कैबिनेट मंत्री संपतिया उइके ने उद्बोधन में संस्था के पचास वर्ष पूर्ण होने पर विद्यालय परिवार और पूर्व छात्रों को बधाई शुभकामनाएं दीं।

पूर्व छात्र हुए सम्मानित

विद्यालय के दो दिवसीय स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल होने बड़ी संख्या में पूर्व छात्र दूर-दूर से पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान पूर्व छात्रों और पूर्व आचार्यों सहित प्रथम प्रवेशित छात्रों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। व्यवस्थापक राजेश ज्योतिषी ने विद्यालय की 50 वर्षो की यात्रा का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर राज्यपाल और अन्य अतिथियों द्वारा एक स्मारिका का विमोचन किया गया। संचालन अभिलाष तिवारी, तारेंद्र पांडे एवं प्रदीप त्रिवेदी ने और आभार संस्था के प्राचार्य कमलेश अग्रहरि ने किया। कार्यक्रम में स्कूली छात्र, उनके अभिवावक, पूर्व छात्र, आचार्य गण सहित अन्य उपस्थित रहे।

deepak Jat

MANDLA JILA BUREAU DEEPAK SINGH JAT

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