बाल हृदय उपचार योजना में हृदय रोग से ग्रसित बालक गार्विक गड़ारी को मिला लाभ
जबलपुर दर्पण। कलेक्टर दीपक सक्सेना व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय मिश्रा के मार्गदर्शन में बालक गार्विक गड़ारी पिता गन्नु गड़ारी, उम्र 02 माह 23 दिन, निवासी- वार्ड नं. 11, मझौली, जिला जबलपुर मो. 9630578533 का बाल हृदय उपचार योजना के माध्यम से सफल सर्जरी कर नया जीवन प्रदान किया गया।
मुख्य खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपक गायकवाड़ के मार्गदर्शन में वार्ड नं. 34 मझौली में स्वास्थ्य परीक्षण करने पहुंची आर.बी.एस.के. टीम ने पाया कि बालिक रिज़ा फातिमा जन्म से हृदय रोग से ग्रसित है। आर.बी.एस.के. टीम में पदस्थ डॉ. रविकांत मिश्रा, डॉ. खुश्बू, श्रीमति भारती कोरी ए.एन.एम. द्वारा इसकी जानकारी डी.ई.आई.एम. सुभाष शुक्ला को उपलब्ध कराई गई। जिला अस्पताल के विषय विशेषज्ञ से उक्त बच्चे की जांच कराकर, अनुशंसा सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. मनीष मिश्रा एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय मिश्रा से की गई। तत्काल कार्यवाही करते हुये समिति गठित कर बच्चे की शासन द्वारा मान्यता प्राप्त चिकित्सालय नारायणा हृदयालय मुम्बई, महाराष्ट्र में रेफर किया गया। जहाँ राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के माध्यम से आयुष्मान भारत से हृदय रोग की निःशुल्क सर्जरी दिनांक 19 फरवरी 2024 को की गई। सफल सर्जरी उपरांत 16 मार्च 2024 के बच्चे को डिस्चार्ज होने के उपरांत जबलपुर आकर बच्चे के परिवार ने जिला कलेक्टर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा समस्त आर.बी.एस.के टीम राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का आभार माना।